किसानों की दुर्दशा: धान खरीद नहीं होने से कलेक्ट्रेट के सामने में जलाया धान
किसानों की दुर्दशा: धान खरीद नहीं होने से कलेक्ट्रेट के सामने में जलाया धान
शेखपुरा
शेखपुरा में पैक्स अध्यक्ष और सहकारिता पदाधिकारियों की मिलीभगत से वास्तविक किसानों के धान की खरीद नहीं हो रही। बकायेदारों के नाम पर व्यापारियों के माध्यम से धान खरीद का बड़ा घोटाला किया जा रहा है । इस घोटाले में जिला सहकारिता पदाधिकारी, प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी और पैक्स अध्यक्ष की तिकड़ी का बड़ा मकड़जाल है। किसानों के फरियाद को दबा दिया जाता है।
जांच के मामले भी होते हैं तो कोई सुनवाई नहीं होती है। लीपापोती कर दी जाती है। मुख्यमंत्री के जनता दरबार में गुहार लगाने के बाद भी इन्हीं अधिकारियों को जांच के लिए कहा जाता है और मामले को दबा दिया जाता है। आरोप लगाते हुए किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने कलेक्ट्रेट के सामने में धान जलाकर विरोध प्रकट किया।
किसानों की दुर्दशा, कोई नहीं सुनता
किसान यूनियन के पदाधिकारियों में जिला अध्यक्ष वशिष्ठ यादव , प्रदेश नेता सुरेंद्र यादव, राम आशीष महतो, अमरदीप कुमार, रामविलास प्रसाद इत्यादि मौजूद रहे। लोगों ने धान को कलेक्ट्रेट के सामने में जलाया और आरोप लगाते हुए। किसानों की दुर्दशा को लोगों के सामने में रखा। बताया कि बिचौलियों के माध्यम से धान की खरीद का मकड़जाल बना दिया गया है। व्यापारी ₹1200 क्विंटल धान खरीदते हैं और फिर उसी धान को ऊंची कीमत पर व्यापार मंडल और पैक्स में बेचकर सभी लोग मोटा रकम कमाते हैं।
आरोप लगाते हुए किसान यूनियन के नेताओं ने बताया कि किसानों की दुर्दशा पर सभी जगह खामोशी है। जनप्रतिनिधियों की भी इस पर चुप्पी रहती है। इस बड़े घपले घोटाले में सभी की हिस्सेदारी रहती है। इस वजह से किसी पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती। कई पैक्स अध्यक्ष धान खरीद से मना कर देते हैं। जो किसान विरोध करते हैं उनको प्रताड़ित किया जाता है। उनका धान खरीद नहीं होता।
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