लोगों ने कथित साइबर अपराधी को पकड़वाया, पुलिस ने साक्ष्य के अभाव में छोड़ा
बरबीघा
बरबीघा नगर परिषद क्षेत्र के कई मोहल्ले में कथित साइबर अपराधियों ने अपना अड्डा जमा लिया है। साइबर अपराधियों के अड्डे बाजी में ऊंचे किराए पर रहने के लोभ में मकान मालिक भी झांसे में आ रहे हैं । ऐसे में साइबर अपराधियों के द्वारा मोहल्ले में लड़ाई झगड़े भी हो रहे हैं और फिर साइबर अपराधियों के बढ़ते मनोबल से मोहल्ले और मकान मालिक भी परेशान होने लगे।
ऐसा ही एक मामला रविवार की रात में बरबीघा नगर परिषद क्षेत्र के शिवपुरी मोहल्ला में सामने आया। यहां शिवपुरी मोहल्ला के रहने वाले नीलकमल के किराएदार बदतमीजी करते झगड़ा पर उतारू हो गया। इसी में विवाद बढ़ गया। फिर आस पड़ोस में रहने वाले कई युवाओं को कथित साइबर अपराधी गिरोह के लोगों ने बुला लिया और उलझ गया। इसी में पुलिस को भी हस्तक्षेप करना पड़ा और पांच युवकों को पुलिस ने रविवार की रात्रि में हिरासत में लिया। सोमवार के दिन, दिन भर इसको लेकर हाई वोल्टेज ड्रामा हुआ। सोमवार की शाम होते-होते सब कुछ मैंनेज गया और पुलिस ने सभी युवकों को छोड़ दिया।
साइबर अपराधियों का बड़ा अड्डा बन गया है मोहल्ला
स्थानीय मोहल्ला के कई लोगों ने बताया कि एक फ्लैट का 5000 से 8000 का किराया देकर कथित साइबर अपराधी विद्यार्थी बता कर रहे और यहीं से साइबर अपराध की घटना को अंजाम देते हैं। देश भर में लोगों को अपने जाल में फंसा कर ठगते हैं। जिस फ्लैट का किराया 2000 होता है उसका यह लोग 5000 किराया दे रहे हैं और फिर वही से साइबर अपराध के नेटवर्क को संचालित करते हैं। मोहल्ले के लोगों को इस बात की भनक है। परंतु मोटा किराया के लोग चुप रहते हैं।
पुलिस को नहीं मिला साक्ष्य, मोबाइल को शौचालय में बहाया
दरअसल किराएदार और मकान मालिक के बीच विवाद हुआ तो पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा । इसमें स्थानीय मोहल्ले के लोगों के बतााने पर 5 युवकों को पुलिस के हिरासत में लिया और पुलिस को बताया कि सभी साइबर अपराध की घटना को अंजाम देते हैं। इस बात को और बल मिल गया जब नीलकमल के मकान में रहने वाला एक युवक खुद को कमरे के अंदर बंद कर लिया और अपने मोबाइल को शौचालय के फ्लैश में बहा दिया। जबकि कई कागजात को कमरे के अंदर जला दिया और साक्ष्य मिटाने की बात हुई। पुलिस के आने के बाद काफी मशक्कत पर उसने कमरे का दरवाजा खोला। फिर सभी को पुलिस ने हिरासत में लिया। रविवार की रात में पुलिस उसे हिरासत में रखा। सुबह में फिर हाई वोल्टेज ड्रामा शुरु हो गया। शाम होते-होते सभी को छोड़ दिया गया।
नहीं मिला कोई सबूत
पकड़ गए लोगों ने सारे के थाना के अमरबीघा सतीश कुमार का पुत्र नीतीश कुमार, मनीष कुमार, सुनील प्रसाद का पुत्र राहुल कुमार, शेखोपुरसराय के मियनबीघा निवासी मनोज प्रसाद के पुत्र राकेश कुमार तथा योगेश्वर चौधरी का पुत्र प्रकाश चौधरी है।थानाध्यक्ष जयशंकर मिश्र ने बताया कि साइबर अपराध के सबूत नहीं मिले। मोहल्ले वालों के कहने पर सभी तरह से जांच किया गया। सभी के मोबाइल को खंगाला गया । परंतु किसी तरह का साक्ष्य नहीं मिला है। सभी को बांड भरने के बाद छोड़ दिया गया।
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