प्रधानमंत्री ने जब बताया अपने कर्तव्य और अधिकार तो अधिकारी रह गए अवाक
शेखपुरा
योगेन्द्र सिंह, जिला पदाधिकारी, शेखपुरा के आदेश के आलोक में आज नगर भवन, शेखपुरा में बाल संसद का आयोजन किया गया। इसमें विभिन्न विद्यालय के प्रधानमंत्री अपने-अपने कर्तव्य और अधिकार के बारे में जानकारी को साझा किये। बच्चों ने कहा कि बाल संसद के गठन होने से पढ़ाई और समाजिक कार्य में जागरूकता बढ़ी है। स्कूलों में साफ-सफाई, अनुशंसान और पढ़ाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। बाल संसद कार्यक्रम कार्यान्वयन के पिरामल फाउन्डेशन एवं शिक्षा विभाग के संयुक्त सहयोग से किया गया है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सत्य प्रकाश शर्मा अपर समाहर्त्ता ने कहा कि मुझे भी अपने स्कूल के दिनों की याद ताजा हो गई है। उन्होनें कहा कि मैं भी ग्रामिण विद्यालय के पढ़ कर इस पद पर पहुंचा हूँ। पढ़ाई में विद्यार्थियों को अव्वल आने के लिए कई टिप्स दिये। उन्होनें कहा कि पहले अपने जीवन का लक्ष्य निर्धारित करें और फिर उसे पाने के लिए अपनी सारी शक्ति लगा दें। जिला जन संपर्क पदाधिकारी सत्येंन्द्र प्रसाद ने कहा कि विद्यार्थियों और शिक्षकों के बीच गैप हो गया है। ।
जिसको आज पाटना नितांत आवश्यक है। बच्चे देश का भविष्य है जिनको गुणनात्मक शिक्षा देना शिक्षकों का पुनीत कर्तव्य है। हमारे शिक्षक योग्य और अनुभवी हैं। मानसिक सोंच में परिवर्तन ला कर गुणवत्ता युक्त शिक्षा दे कर बच्चों का भविष्य उज्ज्वल कर सकतें हैं।
पिरामल फाउन्डेशन के राजु कुमार ने कहा कि गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने के हमारी संस्था प्रयासरत है यह कार्यक्रम प्रखंडों एवं पंचायतों में भी आयोजित किये जायेंगें। इन्होनें ऑडियों/वीडियों के माध्यम से बच्चों के पढ़ाई में जागरूक करने के लिए कई कार्यक्रम दिखायें। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सतीश कुमार एवं शिवचन्द्र बैठा के द्वारा भी गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने के लिए कई निर्देश दिये गये।
इस कार्यक्रम में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, अरियरी रामवृक्ष मांझी, शिक्षकें साथ-साथ सैकडों विद्यार्थी मौजूद थे।
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