गोपाष्टमी स्पेशल रिपोर्ट: कहां है गो सेवक: गोशाला का हाल है बेहाल
शेखपुरा
शेखपुरा जिले में दो गोशाला है जिसका हाल बेहाल है। शेखपुरा नगर परिषद का गोशाला तो किसी तरह से सामाजिक लोगों के सहयोग से संचालित है परंतु बरबीघा नगर परिषद का गोशाला पूरी तरह से खंडहर में बदल गया है। इस गोशाला पर स्थानीय लोगों ने कब्जा कर लिया है । यहां वाहन लगाने की जगह बना दी गई है और गौशाला की जमीन पर स्थानीय लोग अपने मवेशी को रखने लगे।
गोपाष्टमी पर लगता था भव्य मेला
गोशाला में मवेशियों को जब रखा जाता था तो गोपाष्टमी के दिन मवेशियों को रंगीन लाल कपड़े से सजाकर, घुंघरू लगाकर नगर में भ्रमण कराया जाता था जहां जगह-जगह लोगों के द्वारा गायों की पूजा की जाती थी। मवेशियों के नगर में भ्रमण को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग जुटते थे ।
बरबीघा में यह आयोजन दो दशक पहले खूब धूमधाम से मनाया जाता था। गोशाला में सौ से अधिक मवेशी होते थे जिसको नगर भर में भ्रमण कराया जाता था। गोपाष्टमी के दिन इसको देखने के लिए दूर-दूर गांव से भी लोग आते थे।
टैक्स भी चुरा लेते हैं लोग
गोशाला का संचालन सामाजिक सहयोग से होता था। पहले लोग गोशाला के गायों को खाने का चारा मुफ्त में दे दिया करते थे और यहां बूढ़ी गायों को बेचने से बचाने के लिए गोशाला में रखा जाता था और उसकी सेवा के जाती थी।
परंतु अब ऐसी स्थिति सामने नहीं आती। अब लोग चारा नहीं दे पाते और गौशाला संचालन के लिए नगर के अनाज खरीदने वाले व्यापारी बेचने वाले किसान से टैक्स लेते है। आज भी टैक्स कई व्यापारी ले रहे हैं परंतु वह टैक्स गोशाला को नहीं देकर अपने पास रख लेते हैं इसे वृत्ति कहा जाता है।
शेखपुरा गोशाला में है 50 मवेशी
गोशाला में 50 मवेशी है जिसमें गाय, बैल और बच्चे शामिल है। स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता ज्योतिष कुमार सहित उनके साथ जुड़े लोगों के द्वारा इस गोशाला का सफल संचालन किया जाता है। छठ पर्व पर भी गोशाला के संचालन में लोगों से सहयोग करने के लिए अपील का पोस्टर लगाया गया था।
बरबीघा में कमेटी ध्वस्त
बरबीघा गोशाला का कमेटी पिछले कई सालों से ध्वस्त है। इसे फिर से बनाने के लिए आर एस एस प्रखंड अध्यक्ष मनोज कुमार के द्वारा पहल किया गया परंतु पिछले माह गोशाला के अध्यक्ष एसडीओ राकेश कुमार के द्वारा नगर परिषद कार्यालय में बैठक भी बुलाई गई और लोग घंटों इंतजार करते रहे परंतु अनुमंडल पदाधिकारी नहीं आए उसके बाद से फिर कमेटी गठन का कोई प्रयास नहीं हुआ।
क्या कहते हैं अनुमंडल पदाधिकारी
अनुमंडल पदाधिकारी राकेश कुमार कहते हैं कि बरबीघा गोशाला का कमेटी गठित करने का काम छठ के बाद किया जाएगा। उन्होंने बताया कि शेखपुरा गोशाला में व्यापारी वृत्ति लेकर किसानों से गोशाला में जमा नहीं कराते इससे काफी परेशानी हो रही है।
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