जल कैदियों का सहारा केवल नाव: DM इनायत खान की पहल पर दवाई और राहत लेकर डाक्टर और अधिकारी पहुंचे गांव
घाटकुसुंभा
जिले के घाटकुसुंभ प्रखंड में एक दर्जन से अधिक गांव के लोग जल कैदी बने हुए हैं। उनका सहारा केवल नाव है। हरोहर नदी के पानी के साथ नीचे से गंगा नदी का पानी ऊपर बढ़ने की वजह से यह परेशानी ज्यादा बढ़ गई है। वैसे तो टाल का इलाका जलजमाव का इलाका होता है परंतु इस बार स्थानीय ग्रामीणों को भारी मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। गांव के लोग जल कैदी बने हुए हैं। आने जाने के लिए केवल नाव का ही सहारा है।
जिलाधिकारी इनायत खान के निर्देश पर जिला प्रशासन के द्वारा 27 नावों की व्यवस्था के माध्यम से उन्हें सहायता पहुंचाई जा रही है। वहीं बाढ़ सहायता के तौर पर स्वास्थ्य सुविधा, चिंहित लोगों को सूखा राशन और प्लास्टिक के त्रिपाल भी पहुंचाए जा रहे हैं। अंचलाधिकारी के द्वारा विभिन्न गांव का मुआयना भी किया जा रहा है।
मवेशियों के लिए इलाज की व्यवस्था गांव में कराई गई है। बेलोनी गांव में मवेशी के इलाज के लिए चिकित्सक दल पहुंचा। आवश्यक दवाई भी वहां दी गई। वहीं प्रखंड के गदबदिया गांव में नाव के सहारे चिकित्सक दल पहुंचा। वहां कई लोगों के बीमार होने की सूचना मिली थी। चिकित्सक दल नाव पर सवार होकर गांव पहुंची और वहां कैंप लगाकर ग्रामीणों का इलाज किया गया। जिसमें 50 लोगों का इलाज किया गया और दवाई भी दी गई। कुछ परिवार के लोगों को भी चिन्हित किया गया है जिन को सूखा राशन के रूप में चुड़ा, चना इत्यादि दिया जा रहा है। जबकि कई जगहों पर रहने में परेशानी होने वाले लोगों को प्लास्टिक शीट भी उपलब्ध करवाया गया है।
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