900 क्विंटल सरकारी अनाज कालाबाजार में बेचने के मामले में रसूखदारों का नाम नहीं
शेखपुरा
900 क्विंटल सरकारी अनाज कालाबाजार में बेचने के मामले में रसूखदारों का नाम नहीं आ रहा है। इस मामले में प्रखंड आपूर्ति निरीक्षक के द्वारा प्राथमिकी दर्ज तो करा दी गई है परंतु बड़े-बड़े पैरवीकारों की वजह से एफसीआई के रसूखदार ठेकेदारों का नाम नहीं लिया गया है। उधर जमुई के तीन बड़े रसूखदार ठेकेदारों के इस मामले में शामिल होने और उसके द्वारा बड़े नेताओं और अधिकारियों के पैरवी से बच जाने की बात भी चर्चा में बनी हुई है।
आदर्श थाने में प्राथमिकी दर्ज
उधर इस पूरे मामले में प्रखंड आपूर्ति निरीक्षक लक्ष्मीकांत रवानी के द्वारा शेखपुरा आदर्श थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। दर्ज कराई गई प्राथमिकी में साफ उल्लेख किया गया है कि शेखपुरा थाने में चार ट्रकों पर अट्ठारह सौ बोरा सरकारी चावल लदा हुआ था। बोरा की सिलाई मशीन से की गई थी। साथ ही एफसीआई का मोहर भी लगा हुआ था। इस मामले में चेवाड़ा प्रखंड के बेंगूंचा निवासी चालक अधिक यादव और ट्रक मालिक शिवदानी यादव सहित बुधौली निवासी खलासी प्रदीप यादव, पथरैटा निवासी ट्रक मालिक चंदन यादव, सरमेरा थाना के सेखड़ा निवासी खलासी सोनू कुमार को नामजद अभियुक्त बनाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
तीनों ठेकेदार बड़े रसूखदार
दर्ज कराई गई प्राथमिकी में साफ उल्लेख किया गया है कि जमुई के मलयपुर गोदाम से ट्रक मालिक के कहने पर अरवा चावल लादकर नवादा काला बाजार में बेचने के लिए जा रहा था। उधर इस पूरे मामले में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सुरेन्द्र सिंह कहते हैं कि जमुई के तीन बड़े ठेकेदारों का नाम इस मामले में आया है। पुलिस अनुसंधान कर रही है। बताया जाता है कि तीनों ठेकेदार बड़े रसूखदार हैं। जिसने एक का सिकंदरा में चावल मिल भी चलता है। सूत्र बताते हैं कि 25 अगस्त की शाम में एफसीआई गोदाम से 40 ट्रक अनाज अवैध रूप से काला बाजार में बेचने के लिए निकला। जिसमें चार ट्रक को एक गुप्तचर के माध्यम से पुलिस और प्रशासन को खबर देकर पकड़ा गया। बाकी माल का गोलमाल कर लिया गया है।
इस खबर को अपनों के बीच यहां से शेयर करें
Comment / Reply From
You May Also Like
Popular Posts
Newsletter
Subscribe to our mailing list to get the new updates!