देश के मजदूरों में बिहार के मजदूरों की हालत सबसे दयनीय : एन पेरिया स्वामीमनरेगा के तहत मजदूरी 6 सौ रुपये प्रति मजदूर प्रति दिन करने को कहा
शेखपुरा।
भारतीय खेत मजदूर यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष एन पेरिया स्वामी ने कहा कि देश भर के मजदूरो की हालत दयनीय है। बिहार में यह हाल और भी बुरा है। मजदूरो के दयनीय आर्थिक स्थिति के कारण उनके बच्चे भी बदहाली के शिकार हो रहे है।
दूसरी ओर देश में कार्पोरेट घरानों की आमदनी पिछले पाच साल में एक हजार गुणा तक बढ़ गया है। श्री पेरिया स्वामी रविवार को खेत मजदूर यूनियन के आम सभा के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने आरोप लगाया कि गरीबो के हित में चलाये जाने वाले मनरेगा योजना भ्रष्ट्रचार के हत्थे चढ़ गया है। उन्होंने प्रेस वार्ता में मांग की कि मनरेगा के तहत 600 रुपया मजदूरी किया जाय। उन्होंने मनरेगा के तहत मिलने वाली साल में एक सौ दिन के काम को साल के दो सौ दिन तक करने की भी मांग की। स्टेशन रोड स्थित सीपीआई कार्यालय कामरेड कार्यानन्दर्मा भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता में यूनियन के राष्ट्रीय महासचिव गुलजार सिंह गौरिया, कोषाध्यक्ष दरियान सिंह कश्यप, पूर्व महासचिव नागेन्द्र नाथ ओझा, भाकपा के राज्य सचिव सत्यनारायण सिंह, पूर्व विधायक रामनरेश पाण्डेय, प्रदेश महासचिव जानकी पासवान, सचिव प्रमोद शर्मा, भाकपा के जिला सचिव प्रभात कुमार पाण्डेय सहित बड़ी संख्या में पार्टी के स्थनीय नेता भी मौजूद थे। यूनियन की स्थापना के 50 साल पूरा होने के बाद यहाँ इस आम सभा का आयोजन किया गया था।
यूनियन के पदाधिकारियों ने केन्द्र के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और राज्य के मुख्य मंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार की कड़ी आलोचना की। बताया कि सरकार गरीब मजदूरो के प्रति सम्वेदनशील नहीं है। सरकार की नीतियों के कारण मजदूर बेहाल है। स्थानीय स्तर पर 50 हजार से ज्यादा पत्थर तोड़ मजदूर दाना दाना के लिए मुहताज हैं। आम सभा में बड़ी संख्या में जिले के दूर दूर से आये लोगो ने भाग लिया।
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