• Friday, 01 November 2024
जन्म दिन पर लालू यादव से मिलकर बोले तेजस्वी:  बस बहुत हो चुका जातिवाद…क्या है मायने

जन्म दिन पर लालू यादव से मिलकर बोले तेजस्वी:  बस बहुत हो चुका जातिवाद…क्या है मायने

DSKSITI - Small

न्यूज़ डेस्क

बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और राजद के नेता तेजस्वी यादव ने अपने फेसबुक पर पिता से मिलने की तस्वीर पोस्ट करते हुए निम्नलिखित बातें लिखी है। उनके इस पोस्ट को लेकर चर्चाओं का दौर चल चुका है। इस पोस्ट में उनके द्वारा जातिवाद, संप्रदायवाद और अपराध को लेकर बातें लिखी गई है। खासकर बस बहुत हो चुका जातिवाद लिखने को लेकर विश्लेषक इसे अब राष्ट्रीय जनता दल के जातिवादी पहलू से निकल कर सभी जातियों को साथ लेकर चलने के संकेत के रूप में देखा जा रहा है।

क्या है इसके मायने

इसको लेकर राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश महासचिव और बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री डॉ श्रीकृष्ण सिंह के प्रपौत्र अनिल शंकर सिन्हा कहते हैं कि राष्ट्रीय जनता दल सभी जातियों को एक समान मानते हुए आगे बढ़ रही है। जातीय भेदभाव को लेकर दुष्प्रचार किया गया है। सभी जातियों को पार्टी में समान रूप से जगह दी जा रही है। और सम्मान दिया जा रहा है।

आप भी पढ़िए क्या लिखा है उन्होंने फेसबुक पर

प्रिय बिहारवासियों,

आज पिता जी से उनके अवतरण दिवस पर मिलने राँची आया हूँ। उनके जन्मदिवस पर अलग-अलग तरह के भाव मन में आ रहें हैं। मन थोड़ा व्यथित है कि वो हमसे दूर अकेले संघर्ष कर रहें है, और थोड़ा सशक्त भी क्यूंकि उनका जन्मदिन मुझे और अधिक प्रेरणा देता है उनकी तरह ही मुखरता से गरीब, गुरबों, शोषित, पीड़ित, उपेक्षित और वंचितों की लड़ाई बिना सिद्धांतों से समझौता किए लड़ूँ।

अपने पिता के जीवन की यात्रा पर जब भी नज़र डालता हूँ , ऐसा लगता है क्या अद्भुत और बिरला जज्बा लिए हैं। आदरणीय लालू जी, ऊंच-नीच के विरुद्ध लड़ाई लड़े, बिहार की तमाम सामाजिक विसंगतियों को ख़त्म किया। गरीब के हक़ का झंडा बुलंद किया और चाहे कितनी भी विषम परिस्थिति आई, कभी घुटने नहीं टेके, कभी अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं किया।

विषम हालात अच्छे-अच्छों को तोड़ देते हैं, षड़यंत्र व समर्पण करने को मजबूर कर देते है। वर्षों का दुष्प्रचार इंसान का आत्मविश्वास छीन लेता है लेकिन ये भी अनुकरणीय है कि विषम हालात, अनगिनत षड़यंत्र और लगातार दुष्प्रचार भी लालू जी के हौसले को तोड़ नहीं पाए, उनके सिद्धांतों को झुका नहीं पाए, जनसेवा के लिए समर्पित उनके क़दमों को रोक नहीं पाए अपितु उनके हौसलों को मजबूत ही किया।

DSKSITI - Large

वो लड़ रहे हैं आज भी, बिना थके , बिना झुके ….. और मुझे गर्व है कि बिहार के लोगों के हक़ के लिए उनकी इस लड़ाई में मैं भी भागी बना हूँ, इसलिए आज उनके जन्मदिन पर में यह प्रण लेता हूँ कि बिहार के युवाओं और गरीबों को हर हालत में न्याय दिला कर रहूँगा। बस ….. बहुत हो चुका जातिवाद, सम्प्रदायवाद, बहुत हो चुकी चुकी बीमारी के दौरान फैली अव्यवस्था से मौतें, बहुत देख ली गरीब ने रोटी की भूख, बहुत रह लिया हमारा युवा बेरोजगार, बहुत सह लिया हमारे भाइयो ने, उनके परिवारों ने पलायन का दर्द, कुशासन ने छिन ली बहुत जानें, सड़कों पर बहुत बेहाल हो चुका बिहारी ….. सरकार ने 15 साल राज करते-करते बहुत ठीकरा फोड़ लिया दूसरों पर….. अब और नहीं होने दूंगा ….. भुखमरी से, अपराध से, अव्यवस्था से , अन्याय से अब जान नहीं खोने दूंगा।

आज पिता जी के 73वें जन्मदिन पर हम कम से कम 73000 गरीबों को खाना खिलाएंगे, उनके माथे से चिंता हटाएंगे और फिर पिता की प्रेरणा से ही बिहार को इस कठिन समय से निजात दिलाएंगे।

लालू जी की प्रेरणा से जो कदम बिहार की सेवा के लिए चल पड़े हैं …. वो कदम रुकेंगे नहीं, कभी थकेंगे नहीं

आपका बेटा, आपका भाई
तेजस्वी यादव

new

SRL

adarsh school

st marry school

Share News with your Friends

Comment / Reply From