लोकल फॉर वोकल से कैसे बदल गई इनकी स्थिति जानिए
लोकल फॉर वोकल से कैसे बदल गई इनकी स्थिति जानिए
शेखपुरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब लोकल फॉर वोकल का नारा दिया तो किसी ने नहीं सोचा होगा कि इससे गरीबों के घरों में भी खुशहाली आएगी परंतु धीरे-धीरे लोकल का नारा असरदार साबित हो रहा है और गरीबों के घरों में खुशहाली ने दस्तक देनी शुरू कर दी है। ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि लोकल के नारे की वजह से अब चाय की दुकानों में मिट्टी के कुल्हड़ की मांग बढ़ गई है।
मांग इतनी बड़ी है कि इसे पूरा कर पाना अब कुम्हार के लिए संभव नहीं हो रहा है। शेखपुरा नगर परिषद में खांडपर मोहल्ला में कुल्हड़ बनाने वाले शिव कुमार पंडित बताते हैं कि पहले इतनी डिमांड नहीं थी और हम लोग धीरे-धीरे काम को छोड़ रहे थे । परंतु अब कुल्हड़ की चाय की प्याली की मांग बढ़ी है। ऐसे में चाय दुकानदार लगातार आर्डर दे रहे हैं। आर्डर इतना अधिक रहता है कि उसे एक व्यक्ति के द्वारा पूरा कर पाना संभव नहीं है। ऐसे में कई लोग कुल्हड़ बनाने में लग गए हैं और जो लोग इस पेशे में पहले बंदी करने पर पहुंचे थे उनके घरों में अब धीरे-धीरे खुशहाली आने लगी है।
इस खबर को अपनों के बीच यहां से शेयर करें
Comment / Reply From
You May Also Like
Popular Posts
Newsletter
Subscribe to our mailing list to get the new updates!