• Friday, 01 November 2024
जिला परिषद चुनाव में पूर्व सांसद राजो बाबू के नाम के इस्तेमाल पर घमासान

जिला परिषद चुनाव में पूर्व सांसद राजो बाबू के नाम के इस्तेमाल पर घमासान

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जिला परिषद चुनाव में पूर्व सांसद राजो बाबू के नाम के इस्तेमाल पर घमासान

शेखपुरा

शेखपुरा जिले के सदर प्रखंड अंतर्गत पूर्वी क्षेत्र जिला परिषद के चुनाव का काम 8 दिसंबर को होना है। 6 दिसंबर को प्रचार का काम समाप्त हो जाएगा । वही जिला परिषद के चुनाव में शेखपुरा के दिग्गज नेता और जिनके नाम से जिले की पहचान होती है पूर्व सांसद राजो बाबू के नाम का इस्तेमाल दो खेमों के द्वारा किया जा रहा है । ऐसे में मतदाताओं में कंफ्यूजन है। दोनों खेमों के द्वारा पूर्व सांसद के नाम का इस्तेमाल जमकर हो रहा है। सोशल मीडिया पर तस्वीरों में पूर्व सांसद की तस्वीर और नाम का इस्तेमाल तो किया ही जा रहा है घर घर बांटे गए कैलेंडर में भी यही हो रहा है।


क्या है पूरा मामला कौन हैं दोनों खेमे के लोग

दरअसल पूर्व सांसद का पैतृक गांव हथियामा है। सदर प्रखंड के इस गांव से ही जिला परिषद के लिए 2 उम्मीदवार चुनाव मैदान में है। एक उम्मीदवार राजो बाबू के भाई की पुत्रवधू पूनम कुमारी है। पूनम कुमारी पहले भी जिला परिषद की सदस्य रह चुकी हैं । पूनम कुमारी गुड्डू सिंह की पत्नी है और गुड्डू सिंह की राजनीतिक उपस्थिति पहले भी रही है। वर्तमान में पूनम कुमारी के द्वारा राजो सिंह को अपना परिवार बता कर वोट मांगने की कवायद की जा रही है ।

इस खेमे में गांव के कई बुजुर्ग भी शामिल है। वही रांची में बड़े व्यवसाई और कन्याओं के लिए शादी के समय धनराशि उपलब्ध कराने वाले चितरंजन सिंह की उपस्थिति भी महत्वपूर्ण है। मतदाताओं में पूर्व सांसद के नाम पर वोट मांगने की कवायद के बीच अन्य तरह के भी हथकंडे अपनाए जा रहे हैं।

जदयू विधायक हैं अलग खेमे में

पूर्व सांसद के पौत्र बरबीघा विधानसभा से जदयू के विधायक सुदर्शन कुमार हैं। उनके द्वारा इस जिला परिषद के चुनाव में अपनी अलग लकीर खींची गई है। गांव के ही पत्थर व्यवसाई रघुनंदन के साथ वे खड़े हैं और रघुनंदन के द्वारा भी पूर्व सांसद के नाम का जमकर इस्तेमाल किया जा रहा है। वर्तमान जदयू के विधायक उनके खेमे में होने की वजह से दोनों खेमों के द्वारा पूर्व सांसद के नाम के इस्तेमाल जमकर किया जा रहा है।

आगे चंदन पीछे टीक का लगा नारा

एक प्रत्याशी बुद्धन भाई के द्वारा आगे चंदन पीछे टीक सबसे अच्छा बुद्धन ठीक का नारा भी जबरदस्त लगाया जा रहा है। निवर्तमान जिला परिषद सदस्य रंजीत कुमार जिला परिषद के उपाध्यक्ष भी हैं। इनके द्वारा भी मतदाताओं के बीच अपनी गहरी पकड़ बनाने के लिए को प्रयास हो रहे हैं। सोशल मीडिया पर प्रचार प्रसार के अलावा किए गए विकास कामों की भी चर्चा की जा रही है।

पांव पकड़ रहे हैं प्रत्याशी

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जिला परिषद के एक प्रत्याशी ठेकेदार रहे कामता निवासी मनोज कुमार के द्वारा घर-घर जाकर मतदाताओं का पांव पकड़ा जा रहा है । मतदाताओं का पांव पकड़कर आशीर्वाद लेने की कवायद जमकर हो रही है। वोटरों के बीच अपनी उपस्थिति दर्ज कराई जा रही है।

जेल में कैद तस्वीर वायरल

जिला परिषद सीट से रेशमा भारती के पति मनोज तूफानी भी उम्मीदवार है। बरुई निवासी मनोज तूफानी की उम्मीदवारी को लेकर पहले कम चर्चा थी परंतु मतगणना के दौरान उपद्रव में प्राथमिकी दर्ज होने पर उसे राजनीतिक लाभ में बदला गया है। रेशमा भारती और मनोज तूफानी की तस्वीर को जेल में कैद तस्वीर के माध्यम से प्रस्तुति कर सोशल मीडिया पर वोट को प्रभावित करने का जमकर काम हो रहा है। जनता से अपील भी की जा रही है।

पूर्व प्राचार्य की पुत्री भी चुनाव मैदान में

जिला परिषद शेखपुरा पूर्वी क्षेत्र से रामाधीन कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉ रामचंद्र सिंह

की पुत्री रंजीता कुमारी भी चुनाव मैदान में है। उनके पति भवेश भारती सामाजिक कार्यकर्ता रहे हैं। कटारी गांव निवासी होने की वजह से बड़ा वोट बैंक इस गांव में है। इसी को लेकर रणनीति के तहत मतदाताओं को प्रभावित किया जा रहा है।

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