खरीफ फसल के साथ-साथ जैविक खेती पर भी देना होगा ध्यान
शेखपुरा
कोरोना महामारी के बीच फसल चक्र में दूरी ना रहे और किसान समय रहते खरीफ फसल की खेती करें, इसके लिए शनिवार, 30 मई को जीविका के जिला कार्यालय सभागार में जिला परियोजना प्रबंधक अनीशा के नेतृत्व में सभी 6 प्रखंडों के जीविकोपार्जन- फार्म नोडल कर्मियों की एक बैठक आयोजित की गई। बैठक में मुख्यतः खरीफ के मौसम में लगाए जाने वाले फसलों के विषय पर प्रशिक्षण दिया गया।
इस मौके पर डीपीएम अनीशा ने बताया कि, खरीफ फसल की खेती के साथ-साथ जैविक विधि से फसलों एवं सब्जियों की खेती पर ध्यान देने की जरूरत है। इसके साथ-साथ जिले के अलग-अलग प्रखंडों में हो रहे मसूर दाल की खेती, मूंग की खेती के अलावा उत्पादक समूहों द्वारा तैयार किए गए उत्पादों की गुणवत्ता बरकरार रखते हुए उसकी पैकेजिंग – ब्रांडिंग कर बाजार में ग्राहकों को उपलब्ध कराने की दिशा में प्रयास करें।
प्रशिक्षक के तौर पर जीविकोपार्जन विशेषज्ञ सौरभ आनंद में खरीफ फसल के साथ-साथ पोषक बगीचा, जैविक खेती, श्री विधि से धान एवं गेहूं की खेती, धान की सीधी बुआई विधि, बिचड़ा रोपण और सब्जी उत्पादन के विभिन्न तकनीकों पर चर्चा की। उन्होंने प्रतिभागियों को कृषि जगत में आ रहे नई-नई तकनीकों के बारे में भी रूबरू कराया साथ ही कस्टम हायरिंग सेंटर की मदद से खेती बारी में मिलने वाले सहयोग के बारे में भी विस्तृत रूप से जानकारी दी।
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