IMA का फैसला: हर महीने कैंडल जलाकर इंसाफ के लिए Doctor का आंदोलन
IMA का फैसला: हर महीने कैंडल जलाकर इंसाफ के लिए Doctor का आंदोलन
शेखपुरा
राजस्थान के जयपुर में एक मरीज की मौत के बाद परिजनों के द्वारा हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराने पर पुलिस ने धारा 302 में f.i.r. कर लिया।। जिसके बाद पुलिस टॉर्चर से आहत होकर डॉक्टर अर्चना कुमारी ने आत्महत्या कर ली।।
इससे पूरे चिकित्सा जगत में हलचल है। वही आईएमए ने हर महीने के अंतिम रविवार को कैंडल जलाकर इंसाफ की लड़ाई लड़ने का आंदोलन शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में रविवार को डॉक्टर के पुरुषोत्तम के आवास पर आंदोलन का श्रीगणेश किया गया।
दरअसल डॉक्टरों के संगठन की मांग है कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार मरीज की मौत के बाद डॉक्टरों पर धारा 302 नहीं लगाना है। इरादतन हत्या की बात इसमें नहीं आती है और इसके लिए सुप्रीम कोर्ट के अलग से गाइडलाइन है। आई एम ए के द्वारा सुप्रीम कोर्ट के गाइडलाइन को फॉलो करने का निर्देश पालन करने के लिए पुलिस को कहने का आंदोलन शुरू किया गया है।। वही इसको लेकर हर महीना के अंतिम रविवार को कैंडल जलाकर आंदोलन की शुरुआत कर दी गई है।
बताया कि अपने क्षेत्र के जनप्रतिनिधि विधायक सांसद सभी से चिकित्सक निवेदन करेंगे कि उनकी आवाज को विधानसभा और संसद तक उठाया जाए। चिकित्सक कभी किसी की हत्या नहीं करते। इस कैंडल आंदोलन में आईएमए के अध्यक्ष डॉ मृगेंद्र सिंह, सेवानिवृत्त सिविल सर्जन डॉक्टर कृष्ण मुरारी प्रसाद सिंह, डॉ के पुरुषोत्तम के साथ-साथ कई अन्य चिकित्सक शामिल हुए।
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