• Friday, 01 November 2024
गरजती बंदूकों को पुलिस करा देती खामोश तो बच जाती निसार खान की जान

गरजती बंदूकों को पुलिस करा देती खामोश तो बच जाती निसार खान की जान

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गरजती बंदूकों को पुलिस करा देती खामोश तो बच जाती निसार खान की जान

शेखपुरा/अरियरी

शेखपुरा जिले के अरियरी थाना क्षेत्र के अरियरी गांव में गुरुवार की दोपहर किसान निसार खान के सीने में जब गोली दाग दी गई तो उनकी जान को बचाना मुश्किल हो गया। परिवार के सदस्यों ने अंतिम समय में बाइक से उन्हें अस्पताल ले जाने की कोशिश भी की परंतु तब तक उनके प्राण पखेरू उड़ चुके थे। बाद में गांव वालों के समझाने पर बाइक से मृतक की लाश को उतारा गया। उधर, निसार खान के हत्याकांड में पुलिस के दावे के अनुसार 5 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। परंतु यह गिरफ्तारी सांप के बिल में चले जाने पर लाठी पीटने जैसा ही है। पुलिस यदि पहले से अलर्ट होती तो निसार खान की जान नहीं जाती।


30 दिसंबर को भी हुई थी गोलीबारी , पुलिस को थी जानकारी

निसार खान हत्याकांड के मामले में 30 दिसंबर को सर्वे करने को लेकर गोलीबारी हुई थी। इस बात की खबर भी मीडिया में प्रकाशित की गई। पुलिस को भी मीडिया कर्मियों ने जानकारी दी। पुलिस को यह जानकारी होने के बाद भी गोलीबारी के मामले में पुलिस ने सतर्कता नहीं बरती। यदि पुलिस ने उस खबर पर संज्ञान लिया होता और गोलीबारी के मामले में छापेमारी भी की होती तो तनाव नहीं बनता और स्थिति सुधर सकती थी परंतु पुलिस ने इसे नजरअंदाज कर दिया और जमीनी विवाद मामला मानते हुए आंखें मूंद ली। जिस वजह से निसार खान की जान चली गई।

नवादा के आए थे अपराधी, गांव वालों ने उसे पकड़ा

लोगों के द्वारा पिटाई के बाद घटनास्थल पर बेहोश नवादा का नौशाद

सर्वे कराने को लेकर यह विवाद चल रहा था। इस विवाद में जहां 30 दिसंबर को गोलीबारी हुई थी इसमें गोली मारने के आरोप लगे मोहम्मद निसार खान के भतीजा मुनौव्वर पर गोली चलाई गई थी। बाद में सर्वे का काम रुक गया था। फिर से सर्वे का काम शुरू हुआ तो तनाव बढ़ गया। मुनौव्वर के द्वारा अपने नवादा के रिश्तेदार और अपराधियों को बुला लिया गया था। सभी हथियारों से लैस थे। इतने बड़े तनाव पर पुलिस को भनक नहीं थी । इसी तनाव में मुनौव्वर ने गोली चलाई जो बीच में बीच बचाव में आए निसार खान को लगी और उनकी जान चली गई।

मॉब लिंचिंग से चली जाती जान

गोली चलाने वाले नवादा से आए एक अपराधी को निसार खान और उसके परिवार के लोगों के साथ साथ गांव वालों ने पकड़ लिया। उसकी जमकर पिटाई की पिटाई करने के बाद जब इसकी भनक पुलिस को लगी तो पुलिस मौके पर पहुंची। लोगों को वहां से हटाया और घायल को गांव वालों के विरोध के बाद किसी तरह लेकर अस्पताल पहुंची जहां उसकी जान बच सकी।

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सदर अस्पताल में घायल का इलाज करते चिकित्सा कर्मी

एक ही गांव में साला बहनोई तो बहन के हिस्से पर विवाद

दरअसल यह पूरा मामला निसार खान के बहन की शादी उसी गांव में होने को लेकर विवाद से बढ़ गया। बताया जाता है कि बहन के जमीन में हिस्सेदारी को लेकर ही यह विवाद पनपा है । निसार खान के भगना और भतीजे में यह विवाद चल रहा था। इसमें दीवानी मुकदमा भी चल रहा है। जमीन का जब सर्वे हुआ तो उस जमीन को अपने अपने नाम पर सर्वे में कराने को लेकर विवाद बढ़ गया और तनाव में गोली चली। जिसमें निसार खान को सीने, सर इत्यादि जगह 3 गोली लगी और उसने दम तोड़ दिया।

पुलिस ने पांच को किया है गिरफ्तार

इस मामले में पुलिस ने निसार खान के भतीजा मुनौव्वर अली सहित इलियास खान मुंसिफ खान के साथ-साथ नवादा से आए अपराधी नौशाद सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। जिन का इलाज सदर अस्पताल में किया जा रहा है। नौशाद को मोब लिंचिंग की गई थी। जिससे उसे गंभीर चोटें है। सभी को सदर अस्पताल में इलाज कराया गया है। नौशाद और मुंसिफ की भी स्थिति गंभीर बताई जा रहे हैं।

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