नए साल में सदर अस्पताल में कैंसर के मरीज की पहचान शुरु
नए साल में सदर अस्पताल में कैंसर के मरीज की पहचान शुरु
शेखपुरा
कैंसर मरीज के उचित इलाज तथा परामर्श के लिए सदर अस्पताल स्थित टाटा मेमोरियल की शाखा कार्य कर रही है जो बिहार सरकार, नेशनल हेल्थ मिशन और परमाणु ऊर्जा विभाग के साथ कैंसर स्क्रीनिंग और जागरूकता अभियान चला रही है. जिससे कैंसर को समय पर पहचान करके इससे होने वाली मृत्यु को कम किया जा सकता है। डॉ अंजलि रॉय ने बताया कि इस प्रोग्राम में 3 तरह के कैंसर की स्क्रीनिंग की जाती है जो मुख का कैंसर, स्तन कैंसर और गर्भाशय के मुख का कैंसर है। कार्यक्रम के तहत पहले सप्ताह में चिन्हित दिनों में ही स्क्रीनिंग किया जाता था.
जागरूकता ही बचाव का एकमात्र उपाय:
होमी भाभा कैंसर अस्पताल व रिसर्च सेंटर के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अंजलि रॉय ने बताया कैंसर लाइलाज नहीं, बस जागरूकता की कमी से फैल रहा है। शुरूआती चरणों में इस पर काबू करना बेहद आसान है, लेकिन इसकी जांच के लिए बायोप्सी कराना आवश्यक होता है, जिससे लोग डरते हैं। रेडियोथेरेपी और कीमोथेरेपी को लेकर गलत धारणाओं से लोग इसके इलाज से बचते हैं। ऐसे में लापरवाही से कैंसर अंतिम चरण में पहुंचकर लाइलाज हो जाता है। डॉ. अंजलि रॉय ने बताया कि शरीर में किसी गांठ, घाव या बीमारी की एक माह से ज्यादा अनदेखी न करें। तुरंत विशेषज्ञ से मिलें और कैंसर की जांच कराएं।
खानपान से बच सकते कैंसर से :
कैंसर से बचना हो तो खानपान का विशेष ध्यान रखना चाहिए। धुम्रपान, शराब के अधिक सेवन व फास्ट फूड से नुकसान होता है। कैंसर का उपचार चल रहा हो तो शरीर को प्रोटीन की सर्वाधिक आवश्यकता होती है। आहार में फायबरयुक्त सामग्री, फल आदि का समावेश होना चाहिए। प्राकृतिक आहार शरीर के लिए लाभदायी होता है। शक्कर का उपयोग और शराब का सेवन कम करना चाहिए। हल्दी, लहसुन, अलसी, अदरक, मेथी, दालचीनी, लाल मिर्च, चक्र फूल आदि में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। इसलिए इनका सेवन करते रहना चाहिए। किचन में उपलब्ध रहने वाली यह सामग्री काफी लाभदायी हैं।
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