सरकारी अस्पताल में डिलीवरी के लिए आई महिला को निजी क्लिनिक वाले ले भागे..डीएम ने की जांच
बरबीघा।
बरबीघा रेफरल अस्पताल में डिलीवरी के लिए आए महिला को इमरजेंसी बताकर निजी क्लिनिक में जबरदस्ती भर्ती करा दिया गया और वहां नॉर्मल डिलीवरी होने पर गरीब परिवार को 9000 वसूल लिया गया। इसकी शिकायत डीएम से महिला के पति क्रांति राम द्वारा किया गया।
रजिस्टर जप्त
डीएम अचानक रेफरल अस्पताल पर भी आ पहुंचे। रेफरल अस्पताल पहुंचने पर डीएम ने सभी की जमकर फटकार लगाई। साथी विभिन्न रजिस्टर को भी जप्त कर लिया।
कर्मचारी से लेकर नर्स तक गायब
डीएम 10:00 बजे जब अस्पताल पहुंचे कई कर्मचारी अस्पताल नहीं पहुंचे थे। डीएम के औचक निरीक्षण के क्रम में अस्पताल के क्लर्क सहित एएनएम, ममता कार्यकर्ता गायब पाए गए।
बाद में पहुंचे क्लर्क से पूछताछ करने पर अव्यावहारिक जवाब देने पर डीएम काफी नाराजगी जाहिर की और निलंबित करने की बात कही।
जमकर फटकार
साथ ही साथ डीएम प्रसूता वार्ड का भी निरीक्षण किया जहां ममता कर्मी एवं एएनएम नर्स को जमकर फटकार लगाई।
डीएम ने साफ कहा कि डिलीवरी के लिए आए महिलाओं को निजी क्लिनिक में जबरदस्ती आप लोगों के द्वारा भेज दिया जाता है और यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और सख्त कार्रवाई होगी।
डीएम ने निरीक्षण के क्रम में सभी विभागों का निरीक्षण किया जिसमें टीकाकरण कक्ष का निरीक्षण पर भी उन्होंने नाराजगी जाहिर की और कहा कि खुले हॉल में टीकाकरण कक्ष नहीं होना चाहिए। जिसकी वजह से दवाई खराब हो सकती है।
निरीक्षण के क्रम में डीएम के द्वारा उपस्थिति पंजी को जप्त कर लिया गया है। माना जा रहा है कि अनुपस्थित अस्पताल के कर्मियों पर डीएम की बड़ी गाज गिरेगी।
जनरेटर था बंद और गंदगी का आलम
निरीक्षण करने के लिए जब अस्पताल डीएम पहुंचे तो बिजली कटी हुई थी और एनजीओ के द्वारा बिजली आपूर्ति नहीं किया जा रहा था और जनरेटर को बंद रखा गया था। साथ ही नए भवन के पास पसरी हुई गंदगी और पानी बहने पर भी डीएम ने नाराजगी जाहिर की तथा डॉ आत्मानंद को जमकर फटकार लगाई।
डीएम ने नगर परिषद के द्वारा दिए गए शौचालय का प्रयोग नहीं होने पर भी गहरी नाराजगी जाहिर की और कहा कि इसकी साफ-सफाई कर इसका प्रयोग किया जाए।
डीएम के औचक निरीक्षण पर अस्पताल में हड़कंप मच गया है। वहीं प्रभारी डॉ आत्मानंद सहित अन्य लोगों में खलबली देखी जा रही है। बता दें कि बरबीघा अस्पताल में लगातार मरीजों को दलालों के माध्यम से निजी क्लीनिक में भेजने का मामला सामने आता रहा है।
पीड़ित लोगों की यह भी शिकायत होती है कि डिलीवरी के बाद महिलाओं से अवैध पैसे की वसूली भी होती है और यह शिकायत लगातार डीएम से होती रही जिस पर डीएम औचक निरीक्षण पर पहुंचे।
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