जिसका कोई नहीं उसका तो खुदा है यारों, सरकारी व्यवस्था ने दिया जीवन
शेखपुरा
शेखपुरा में नवजात बच्चों की देखभाल के लिए बने एसएनसीयू में नवजात बच्चों को जीवन ही मिल रहा है और इस लोकोक्ति को भी चरितार्थ किया जा रहा है कि जिसका कोई नहीं उसका तो खुदा है यारों । जी हां, अरियरी के ससबहना में एक तालाब के किनारे एक नवजात बालिका शिशु को मां ने ही मरने के लिए फेंक दिया। परंतु गांव के लोगों ने उसे रोता देख तालाब से निकाला और फिर शेखपुरा जिला बाल कल्याण समिति को इसकी सूचना दी।
बाल कल्याण समिति से जुड़े लोगों ने इसे नवजात बच्चों के देखभाल के लिए बने सदर अस्पताल के एसएनसीयू में भर्ती कराया जहां बच्ची पूर्ण तरह स्वस्थ हो गई फिर इसे नवादा के दत्तक एवं संरक्षण गृह में भेज दिया गया। सोमवार को नवादा से आए बाल संरक्षण इकाई से जुड़े लोगों ने इसे नवादा लेकर गए। अस्पताल प्रबंधक धीरज कुमार ने बताया कि वहां के लोगों ने इसका नाम उर्मी ऐश्वरर्या रखा है।
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