सात निश्चय योजना में मुखिया ने किया घोटाला, पुलिस संरक्षण में जांच
बरबीघा
शेखपुरा जिले के बरबीघा सामस बुजुर्ग गांव में मुखिया और पंचायत सेवक इत्यादि के मिलीभगत से मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना में घोटाले की बू आने लगी थी। इसी की शिकायत एक ग्रामीण के द्वारा लिखित रूप से किया गया। जिला अधिकारी के द्वारा इस पर संज्ञान लिया गया और इसके लिए जांच करने के लिए प्रखंड के वरीय प्रभारी पदाधिकारी डॉ अर्चना कुमारी को भेजा। परंतु दबंगई दिखाते हुए दो पक्ष आपस में भिड़ गए और जांच को बाधित कर दिया जिसके बाद पुलिस संरक्षण में शनिवार को इसकी जांच की गई। जांच में गड़बड़ी का खुलासा होने की बात सामने आ रही है। जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को दिया जाएगा।
क्या है पूरा मामला
मुख्यमंत्री सात निश्चय योजनाओं की जांच बरबीघा प्रखंड में पुलिस की सुरक्षा में किया गया।जांच वरीय उपसमाहर्ता डॉ अर्चना कुमारी तथा सहायक अभियंता भवन प्रमंडल अशोक कुमार राम के द्वारा किया गया। इस संबंध मे बात दे कि आवेदक पिंटू पासवान के आवेदन पर सामस बुजुर्ग पंचायत में संचालित योजनाओं का जांच किया गया है । सात निश्चय योजनाओं की जांच करने उक्त दोनों अधिकारी दस दिन पूर्व भी गए थे लेकिन जांच के क्रम में ही सामस गावँ में दो पक्ष आपस मे भीड़ गए और हाथा-पाई होने लगी जिससे जांच दल को असुविधा होने लगी और मामला बिगड़ते देख दोनों अधिकारी बीच मे ही जांच छोड़कर वापस लौट गए थे ।
घोटाला आएगा सामने
शनिवार को पुनः जांच दल बरबीघा थाना पुलिस को लेकर जांच करने गयी।जांच दल नाली,गली,जलापूर्ति आदि योजनाओं की स्थिति तथा आवेदक द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच की।बताया जा रहा है कि इस दौरान काफी गहनता से गली की लंबाई,चौड़ाई ,मोटाई एबम गुणवत्ता की भी जांच की गई ।इस संबंध में जांच दल अपना रिपॉर्ट जिला प्रशासन को सौपेगी। इस तरह के जांच से पंचायतों में हड़कंप मच गया है तथा अनियमितता भी उजागर हो सकती है।
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