अलविदा 2018! बनारस के गजल गायक ने बिखेरी गजल को स्वर लहरी
बरबीघा।
“छाप तिलक सब छीनी मोसे नैना मिला के” अमीर खुसरो के इस ग़ज़ल को जब ग़ज़ल गायक महेंद्र सिंह ने स्वर दी तो उपस्थित श्रोता झूम उठे। गजल गायकी का यह दौर स्वर समागम कार्यक्रम में चला। जिसका आयोजन डिवाइन लाइट पब्लिक स्कूल के संस्थापक शिक्षक रहे स्व लालो पांडेय की पुण्यतिथि एवम नये साल के आगमन पर किया गया।
इस मौके पर आगत अतिथियों ने स्व पांडेय के चित्र पर फूल माला चढाकर उन्हें श्रधांजलि अर्पित की। ततपश्चात सुर समागम कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन दीप जलाकर किया गया।
समारोह में अतिथि के रूप में वरीय कोषागार पदाधिकारी शशिकांत आर्य , वरीय चिकित्सा पदाधिकारी डॉ केएमपी सिंह , सेवानिवृत्त प्राध्यापक प्रो देव कुमार शर्मा , जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ के पुरुषोत्तम , पूर्व प्राचार्य डॉ शिवभगवान गुप्ता , जिला पत्रकार यूनियन के महासचिव नवीन कुमार ,विष्णुदेव आर्य , डॉ मुनेश्वर प्रसाद सिंह सहित अन्य मौजूद थे।
इस अवसर पर यूपी के वाराणसी से जाने माने संगीतकार मयंक सिंह , नेहा पांडेय, निर्भयमणि पांडेय, मनोज सिंह एवम रजनीश कुमार के साथ सुधांशू कौशिक महाराज ने एक से बढ़कर एक ग़ज़ल , लोकगीत आदि प्रस्तुत कर दर्शक दीर्घा में बैठे हजारों लोंगो का दिल जीत लिया।
इन संगीतकारों ने अपने गीत संगीत पर लोंगो को झुमने पर विवश कर दिया। साथ ही जमकर वाहवाहियां लूटी। आगत अतिथियों का स्वागत स्कूली की छात्राओं ने स्वागत गीत से की। जबकि स्कूल के निदेशक सुधांशू कुमार ने स्वागत भाषण से स्वागत किया।
इस अवसर पर स्कूल के प्राचार्य अरविंद मानव एवम निदेशक रोहित कुमार ने स्कूल के संस्थापक शिक्षक रहे स्व लालो पांडेय के व्यक्तित्व एवम कृतित्व पर प्रकाश डाला। वरीय कोषागार पदाधिकारी शशिकांत आर्य ने अपने अंदाज में गजल प्रस्तुत कर जमकर श्रोताओं से तालियाँ बटोरी।
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