• Friday, 01 November 2024
GOOD NEWS: सांस लेने में परेशानी पर अपनाइए प्रोन पोजीशन व्यायाम , 40 मिनट पेट के बल लेट नेचुरल वेंटीलेटर लें

GOOD NEWS: सांस लेने में परेशानी पर अपनाइए प्रोन पोजीशन व्यायाम , 40 मिनट पेट के बल लेट नेचुरल वेंटीलेटर लें

DSKSITI - Small
शेखपुरा
कोरोना महामारी के कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है । कोरोना संक्रमण के कारण ज्यादातर मरीजों को सांस लेने में दिक्कत होती है वैसे संक्रमित मरीज डरे नहीं संघर्ष करें । उक्त बातें योग शिक्षक आचार्य रंजीत ने कहा उन्होंने जागरण से बातचीत में कहा कि ऑक्सीजन के लेबल गिरने पर अस्पतालों में वेंटिलेटर नहीं मिल पा रहा है ।ऐसे समय मे मरीजों को घबराने की जरूरत नहीं है । अगर सांस लेने में तकलीफ हो और वेंटिलेटर नहीं मिल पा रहा है । ऐसे परिस्थिति में मरीजों को प्रोन पोजिशन ऑक्सीजनेशन तकनीक 80 प्रतिशत कारगर है । हर चिकित्सा प्रणाली के विशेषज्ञ डॉक्टरों ने प्रोन पोजीशन को अस्पतालों में भर्ती कोरोनावायरस के लिए संजीवनी बताया है ।

40 मिनट लेट कर ऑक्सीजन लेवल सुधारा जा सकता

सांस लेने में तकलीफ होने पर इस अवस्था में 40 मिनट लेट कर ऑक्सीजन लेवल सुधारा जा सकता है। पेट के बल लेटने से वेंटीलेशन परफ्यूजन में सुधार आता है डॉक्टरों ने कोवीड 19 के पीड़ित मरीजों को श्वास लेने में आने वाले दिक्कतें के लिए प्रोन पोजीशन तकनीक को जरूर आजमाने की सलाह दी है । प्रोन पोजीशन एक्यूट रेस्पिरेट्री डिस्ट्रेस सिंड्रोम में इस्तेमाल की जाती है । एआरडीएस होने से फेफड़ों के निचले हिस्से में पानी आ जाता है पीठ के बल लेटने से फेफड़े के निचले हिस्से की रिप्लाई में खून तो पहुंच जाता है लेकिन पानी के वजह से ऑक्सीजनेशन व कार्बन डाइऑक्साइड को निकलने के प्रोसेस में दिक्कत होती है ।

ऑक्सिजनेशन नहीं होने पर प्रोन वेंटिलेशन दिया जाता

DSKSITI - Large

 ऐसे हालात में ठीक तरीके से ऑक्सिजनेशन नहीं होने पर प्रोन वेंटिलेशन दिया जाता है । प्रोन वेंटीलेशन में मरीज को पेट के बल लिटा दिया जाता है गर्दन के नीचे एक तकिया पेट घुटनों के नीचे दो तकिया लगाए जाते हैं और पंजों के नीचे एक तकिया का इस्तेमाल किया जाता है हर 6 घंटे से 8 घंटे में 40 से 45 मिनट तक ऐसा करने से मरीज को फायदा मिलता है साधारणतया पेट के बल लिटा कर हाथों को कमर के पास पैरलर भी रख सकते हैं । इस अवस्था में फेफड़ों में खून का संचार अच्छा होने लगता है ।
  फेफड़ों में मौजूद पानी इधर उधर हो जाता है जिससे ऑक्सीजन आसानी से पहुंच ती रहती है । ऑक्सीजन का लेवल गिरता भी नहीं है पोजीशन वेंटिलेशन सुरक्षित और खून में ऑक्सीजन लेवल बिगड़ने पर नियंत्रण में मददगार है । कोरोना संक्रमित बीमारी होने के कारण मृत्यु दर लगातर बढ़ रही है । प्रोन पोजीशन व्यायाम कर मृत्यु दर को कम करने में सहायक है । इस व्यायाम से आईसीयू में भर्ती मरीजों में अच्छे परिणाम मिलते हैं वेंटिलेटर नहीं मिलने की स्थिति में यह ज्यादा कारगर है।
new

SRL

adarsh school

st marry school

Share News with your Friends

Comment / Reply From