हर्षोल्लास के साथ दीपोत्सव का त्यौहार संपन्न: जम कर हुआ जुआ
शेखपुरा
शेखपुरा जिले में हर्षोल्लास के साथ दीपोत्सव का त्यौहार संपन्न हो गया। दीपावली को लेकर शनिवार को दिनभर बाजार में गहमागहमी रही और लोगों के द्वारा दीपक, मोमबत्ती और झालर की खरीदारी की गई। साथ ही साथ लोगों ने पूजा और सजावट के सामान भी खरीदे। दीपावली को लेकर फूलों की बिक्री भी सर्वाधिक रही। बरबीघा के विष्णु धाम मंदिर में भी दीपोत्सव मनाया गया डॉ कृष्ण मुरारी ने दीपक जलाए । भारतीय जनता पार्टी के निर्माणाधीन जिला कार्यालय में भी जिला अध्यक्ष सुधीर कुमार के नेतृत्व में दीपोत्सव मनाया गया।
व्यवसायियों के द्वारा दुकानों में रात भर पूजा-अर्चना भी की गई। दीपोत्सव के त्यौहार पर लोगों ने अपने अपने घरों को सजाया और दीपक जलाकर दीपावली का त्यौहार मनाया। घरों में पटाखे भी जलाए गए। हालांकि पिछले कई सालों के वनस्पति इस साल पटाखों की बिक्री में भारी कमी देखी गई। दुकानदारों में इसको लेकर निराशा रही। वहीं आम लोगों ने बताया कि जागरूकता के वजह से लोगों ने कम पटाखे खरीदे। वहीं कुछ लोगों की माने तो पटाखों की महंगाई से इसकी खरीदारी इस साल काफी कम हुई।
मिट्टी के दीया जम कर बिके
वही मिट्टी के दीया की बिक्री सर्वाधिक देखी गई और ज्यादातर घरों में मिट्टी के दीपक ही जलाए गए। चाइनीस झालर की बिक्री कम रही। इलेक्ट्रॉनिक दुकानदारों ने बताया कि झालर की बिक्री बहुत कम रही और लोगों का रुझान इस तरफ कम गया है । वही सभी घरों में दीपक जलते हुए भी लोगों ने देखा। जिले में शांतिपूर्वक दीपोत्सव का त्यौहार संपन्न हो गया है। अधिकारियों और पुलिस पदाधिकारी की गस्ती भी दीपोत्सव के त्यौहार को लेकर देखी गई । विभिन्न जगहों पर पुलिस के द्वारा लगातार गस्ती की गई।
जुआ भी जम कर हुआ
दीपोत्सव के त्यौहार को लेकर शेखपुरा जिले के विभिन्न नगरों में जुआ खेलने के चलन को लेकर कई जगहों पर भी खेला गया। रात भर जुआ खेलना का कारोबार हुआ।
जुआ खेलने का यह चलन लक्ष्मी पूजा को लेकर विभिन्न नगरों और गांवों में देखा जाता है। दीपावली पर इसे शुभ मानते हुए लोग जुआ खेलते हैं। हालांकि इस परंपरा को कई लोग गलत मानते हैं और गैरकानूनी भी माना जाता है। बता दें कि विभिन्न नगरों में दीपावली के बाद छठ तक लगातार जुए के अड्डे भी संचालित रहते हैं वहां जुआ का अवैध कारोबार लगातार किया जाता है।
लक्ष्मी की प्रतिमा स्थापित
शेखपुरा जिले के कई नगरों और गांवों में लक्ष्मी की प्रतिमा स्थापित कर पूजा-अर्चना की गई । सार्वजनिक पूजा पंडालों में माता लक्ष्मी की प्रतिमा स्थापित कर श्रद्धालुओं के द्वारा पूजा अर्चना किया गया। प्रतिमा स्थापित करने के बाद पूजा अर्चना की गई और फिर उसे दो दिनों के बाद विसर्जित करने की परंपरा भी बनी हुई है।
घरों में सजी रंगोली , मंदिरों में जगमग
दीप उत्सव के त्यौहार को लेकर लोगों के द्वारा घरों में रंगोली बनाई गई। खूबसूरत रंगोली से घरों को सजाया गया। वही गांव और शहर के मंदिरों को भी दीपोत्सव के त्यौहार पर सजाया गया। मंदिरों को भव्य रूप से सजाया गया और दीपक भी जलाए गए। शेखपुरा जिले के प्रख्यात विष्णु धाम मंदिर में भी डॉक्टर कृष्ण मुरारी प्रसाद सिंह के नेतृत्व में दीपोत्सव का त्यौहार मनाया गया और दीपक जलाए गए। जिला भारतीय जनता पार्टी के निर्माणाधीन जिला कार्यालय में भी दीपोत्सव का त्यौहार मनाया गया और दीपक जलाया गया। इसका नेतृत्व जिलाध्यक्ष सुधीर कुमार ने किया। मौके पर कारू सिंह, मनोज सिन्हा सहित अन्य उपस्थित रहे।
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