राजनीतिक हस्तक्षेप पर बरबीघा की बिजली से भारी भेदभाव
बरबीघा
बिहार का रास्ता ओयाव। इस कहावत को अपने क्षेत्र में कई बार आपने सुना होगा। परंतु इस को चरितार्थ होते हुए बिजली विभाग में आप देख सकते हैं । पूरा प्रकरण समझने के बाद आप इस मुहावरे को समझ जाइएगा। इसका मतलब सीधा रास्ता छोड़कर टेढ़ी रास्ते को अपनाने से है।
बरबीघा नगर की बिजली लगातार गड़बड़ रह रही है। आपूर्ति बाधित रह रही है। सोमवार को भी शाम के कई घंटे से बिजली बाधित है। और लोग त्राहिमाम कर रहे हैं। बिजली विभाग के द्वारा यह गड़बड़ी उच्च स्तरीय राजनीतिक हस्तक्षेप पर कर दिया गया है। इसके तह में जाने पर नया मामला सामने आया है। और बरबीघा के साथ बिजली विभाग के द्वारा उपेक्षा पूर्ण रवैया अपनाने से यह परेशानी हो गई है।
क्या हुआ है गड़बड़ी
बरबीघा मिर्जापुर फीडर में शेखपुरा से बिजली की आपूर्ति 33000 की की गई थी। बरबीघा की बिजली आपूर्ति सुचारू रखने को लेकर यह व्यवस्था ठीक-ठाक थी। तभी पूर्व में ही कोसारा फीडर का इसी में जोड़ दिया गया। अब इधर 2 दिनों से राजनीतिक हस्तक्षेप पर शेखपुरा विधानसभा क्षेत्र के कटारी, वर्मा, पचना बिजली फीडर की बिजली व्यवस्था भी बरबीघा आने वाले थे 33000 के तार के साथ जोड़ दिया गया। जिसके वजह से अब किसी भी फिडर में बिजली गड़बड़ी होने पर समूचे लाइन को डिस्टर्ब कर दिया जा रहा है। बरबीघा की बिजली आपूर्ति भी इसी से बाधित हो रही है।
पैगंबरपुर में फॉल्ट बरबीघा में नहीं मिल रही बिजली
बरबीघा के साथ घोर उपेक्षा पूर्ण रवैया का इससे बड़ी बानगी और क्या हो सकता है कि बर्मा फीडर के पैगंबरपुर में बिजली का फॉल्ट हुआ है और बरबीघा की बिजली व्यवस्था बाधित कर दी गई है। बरबीघा की राजनीतिक उदासीनता और यहां के जनप्रतिनिधियों की लोगों के प्रति अनदेखी का यह परिणाम है कि यहां की बिजली व्यवस्था को जैसे तैसे करके लोगों को परेशान किया जा रहा है। उधर इस संबंध में बिजली विभाग के कोई भी अधिकारी मुंह खोलने को तैयार नहीं हो रहे हैं।
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