डीएम ने की स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा। अस्पताल प्रभारी और मैनेजर के वेतन कटे।
शेखपुरा।
योगेंद्र सिंह जिला पदाधिकारी शेखपुरा की अध्यक्षता में आज समाहरणालय के श्रीकृष्ण सभागार में स्वास्थ्य विभाग के कई शाखाओं की विस्तृत समीक्षा की गई| उन्होंने कहा कि रेड क्रॉस सोसायटी का नियमित बैठक कराएं आज 2 वर्षों के बाद बैठक हो रही है जिस पर जिलाधिकारी ने अप्रसन्नता व्यक्त किए।
भवन को मरम्मत कराने के लिए आंतरिक संसाधन से उपाध्यक्ष और सदस्य को निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने जीविका के डी पी एम को कहा कि रेड क्रॉस सोसाइटी एवं सदर अस्पताल में एक अत्याधुनिक कैंटीन खोलें। कार्यपालक अधिकारी नगर परिषद शेखपुरा को नाला सफाई करने तथा कार्यपालक अभियंता को नया बोरिंग कराने का निर्देश दिया।
इसमें जमा कुल 15 लाख 60 हजार है जिसको जनहित में खर्च किया जाएगा। विद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को मिजिल्स का टीका देने का निर्देश दिया गया।
जिला शिक्षा अधिकारी इसमें अपेक्षित सहयोग करेंगे। सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी को टीकाकरण लक्ष्य के अनुरूप करने का निर्देश दिया गया।
बरबीघा के पीएससी के प्रभारी तथा प्रबंधक को कार्य क्लाप में अपेक्षित सुधार लाने का निर्देश दिया गया। विदित हो कि बरबीघा में टीकाकरण सबसे कम किया गया है। इस पर प्रबंधक को मानदेय में कटौती करने का निर्देश दिया गया।
आयुष्मान भारत योजना की समीक्षा की गई जिसमें जिलाधिकारी द्वारा कहा गया कि लोगों को इस में जोड़ें और उनके स्वास्थ्य के लिए सरकार की योजनाओं का लाभ दिलाएं| जिला में हाउसहोल्ड की संख्या 56868 है| शेखोपुर सराय में केवल 2 कार्ड का वितरण किया गया है| जिस पर जिलाधिकारी ने खेद जताया और लक्ष्य के अनुरूप कार्य करने का निर्देश पीएससी के प्रभारी को दिया।
सर्वाधिक गोल्डन कार्ड का वितरण शेखपुरा प्रखंड में किया गया है | उन्होंने कहा कि कैंप लगाकर अधिक से अधिक लोगों को इससे जोड़े और कार्ड का वितरण करना सुनिश्चित करें इसमें स्टेट में जिला का 15वा स्थान है। कालाजार, टीवी, लेप्रोसी तथा एचआईवी के रोगियों को इलाज में किसी प्रकार की शिथिलता नहीं बरतने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया।
एस एन यू सी मे प्रतिनियुक्त डॉक्टर को प्रतिदिन समय के अनुसार बैठने का निर्देश दिया गया। बैठक में कहा गया कि पिछले माह एसएनसीयू में 14 बच्चों की मृत्यु हुई है। इस केंद्र में नवजात बच्चे का वजन कम होता है जन्म से अस्वस्थ रहते हैं उनको सरकार के द्वारा निशुल्क दवाएं तथा चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाती है इसमें दो डॉक्टर की प्रतिनुक्ति की गई है लेकिन डॉक्टरों के द्वारा अपेक्षित सहयोग नहीं किया जा रहा है।
सदर अस्पताल में ओपीडी में 429598 रोगियों का इलाज किया गया। मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के तहत जिले में मात्र 50 आवेदन आए हैं जिस पर जिलाधिकारी नाराजगी व्यक्त किए।
उन्होंने निर्देश दिया कि कन्या उत्थान एक महत्वपूर्ण योजना है जिसमें शिथिलता बरती जा रही है। इसमें जिला में मात्र 80 आवेदन प्राप्त हुए हैं जिसमें से 75 का भुगतान किया गया है।
चेवारा प्रखंड से मात्र 7 और बरबीघा से सर्वाधिक 20 आवेदन इसके तहत प्राप्त हुए हैं।
जिलाधिकारी ने कहा कि विशेष कैंप लगाकर मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना और जेबीएस बाई का प्रचार-प्रसार कराएं और अधिक से अधिक लोगों को इसमें जोड़ें।
उन्होंने सिविल सर्जन तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी को निर्देश दिया कि शत-प्रतिशत प्रसव सरकारी संस्थानों में कराना सुनिश्चित करें ।
चेवाड़ा प्रभारी का वेतन कटा
चेवाड़ा प्रखंड मे सबसे कम प्रसव सरकारी संस्थानों में हो रहा है| जिस पर पीएससी के प्रभारी को डांट फटकार लगी उन्होंने सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि चेवाड़ा में स्वास्थ्य विभाग का कार्य टीक नहीं हो रहा है इसलिए इसके वेतन में कटौती करें।
पीएचसी के प्रबंधक को भी अपेक्षित सहयोग नहीं करने के कारण मानदेय में कटौती करने का निर्देश दिया।
उन्होंने स्पष्ट कहा कि किसी प्रकार का बहाना नहीं चलेगा रोगियों को सरकार के मापदंड के अनुसार सभी प्रकार की सुविधा सुलभ कराना होगा।
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