महिलाओं को दी जा रही डिजिटल इंडिया और प्रशासनिक कामों की ट्रेनिंग, सांसद चिराग पासवान पहुंचे
शेखपुरा।
स्वास्थ्य एवं आई सी डी एस पदाधिकारियों के साथ महिला जन प्रतिनिधियों का मातृत्व एवं शिशु स्वास्थ्य और पोषण मुद्दों पर सुदृढीकरण हेतु संवाद बैठक
राघो सेवा संस्थान, शेखपुरा के द्वारा सेंटर फॉर कैटेलाईजिंग चेंज (पूर्व में सेड्पा इंडिया) के सहयोग से चैंपियन परियोजना के अंतर्गत जिला स्तरीय संवाद बैठक का आयोजन मंगलवार को किया गया।
भाग लेने वाले में मुख्य रूप से जमुई लोकसभा क्षेत्र के सांसद, चिराग पासवान; रणजीत कुमार सिंह, उपाध्यक्ष, जिला परिषद, शेखपुरा, अनीता देवी, सदस्य, जिला परिषद, नीतू कुमारी, सदस्य पंचायत समिति, शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्यशील सामाजिक संस्थानों के प्रतिनिधिगन के अलावा 4 प्रखंडों (शेखपुरा, अरियरी, घटकुसुम्बा एवं चेवाडा) के 34 ग्राम पंचायतों से आयी हुई करीब 200 महिला पंचायत प्रतिनिधियों ने भाग लिया I
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से महिला जन प्रतिनिधियों के द्वारा मातृत्व, शिशु स्वास्थ्य एवं पोषण से सम्बंधित सेवाओं के सुदृढीकरण हेतु किये जा रहे प्रयासों को साझा किया गया तथा राज्य सरकार एवं नीति निर्माताओं से स्वास्थ्य एवं पोषण सेवाओं की गुणवत्तापूर्ण उप्लाव्धता हेतु अपनी मांगों को रखा गया I
निर्मला कुमारी, सचिव, राघो सेवा संस्थान, शेखपुरा के द्वारा प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम के उद्देश्य एवं रुपरेखा पर भी चर्चा की गयी I
सेंटर फॉर केटलाइजिंग चेंज से आए प्रतिनिधि श्री संदीप ओझा, राज्य प्रमुख के द्वारा संस्था का परिचय देते हुए संस्था के विभिन्न कार्यों पर प्रकाश डाला गया I उन्होंने बताया की कार्यक्रम का उद्देश्य महिला पंचायत प्रतिनिधियों के बीच प्रजनन, मातृत्व, नवजात, शिशु स्वास्थ्य और पोषण से सम्बंधित सेवाओं और अधिकारों के सन्दर्भ में जागरूकता बढ़ाने हेतु जमीनी स्तर पर महिला नेतृत्व को प्रोत्साहन देना है ताकि वे इन मुद्दों से सम्बंधित स्थानीय प्राथमिकताओं और समस्याओं को चिन्हित कर उनकी बेहतरी हेतु कदम उठाने में समर्थ हो सकें I सेंटर फॉर कैटेलाईजिंग चेंज संस्था के द्वारा बिहार के 10 जिलों (पटना, नालंदा, रोहतास, शेखपुरा, मधुबनी, गया, पूर्वी चंपारण, मधेपुरा, भागलपुर एवं गोपालगंज) के 26 प्रखंडों के 349 ग्राम पंचायतों की 2000 से ज्यादा महिला पंचायत जनप्रतिनिधियों को चैंपियन बनाने का प्रयास किया जा रहा है ताकि मातृत्व स्वास्थ्य एवं पोषण सम्बन्धी मानकों में बेहतरी लाया जा सके I
चैंपियन परियोजना के अंतर्गत महिला जन प्रतिनिधियों को तीन दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण जिसके अंतर्गत जन प्रतिनिधियों को त्रिस्तरीय पंचायती राज संरचना, जन प्रतिनिधियों की भूमिका और उत्तरादयित्व, नेतृत्व एवं संबाद कौशल, स्वास्थ्य के समक्ष बाधाओं एवं अधिकार, स्वास्थ्य से जुडी बिभिन्न सरकारी योजनायें, मातृत्व एवं शिशु पोषण के बिभिन्न घटक, स्वास्थ्य एवं पोषण की बेहतरी हेतु सामुदायिक कारवाई के साधन, एक सफल जन प्रतिनिधि बनने के लिए मोबाइल, इन्टरनेट इत्यादि का प्रयोग आदि पर जानकारी देकर पंचायत जन प्रतिनिधियों का क्षमता वर्धन किया गया है I
प्रशिक्षण के पश्चात इन महिला जन प्रतिनिधियों को विभिन्न स्वास्थ्य केन्द्रों,आंगनवाडी केन्द्रों, आरोग्य दिवस, अन्नप्राशन दिवस, पोषण पुनर्वास केंद्र इत्यादि के कार्य प्रणाली एवं प्रदत्त सेवाओं पर समझ विकसित करने के लिए शैक्षणिक भ्रमण करवाया गया ताकि वे मातृत्व स्वास्थ्य एवं पोषण से सम्बंधित स्थानीय समस्याओं की पहचान, प्राथमिकता एवं समाधान हेतु प्रयास कर सकें एवं मुद्दों के समाधान हेतु प्रभावशाली एवं मुख्य निर्णयकर्ताओं (यथा सांसद, विधायक इत्यादि) के साथ संबाद स्थापित कर सकें I
प्रकाश रंजन, वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी, सेंटर फॉर केटलाइजिंग चेंज ने चैंपियन परियोजना के अंतर्गत किए गए विभिन्न गतिविधियों एवं जन प्रतिनिधियों द्वारा लिए गए सकारात्मक प्रयासों पर प्रकाश डालते हुए कहा की चैंपियन परियोजना से पहले महिला जन प्रतिनिधियों का स्वास्थ्य एवं पोषण पर समझ, जानकारी एवं जुड़ाव ना के बराबर था एवं उनकी पहली प्राथमिकता आर्थिक रूप से जुड़े हुए योजनाओं जैसे हर घर नल का जल एवं सड़क के निर्माण पर ज्यादा था I चैंपियन परियोजना ने ना केवल महिला जन प्रतिनिधियों को स्वास्थ्य एवं पोषण के प्रति उनकी जिम्मेदारीयों को अहसाह करवाया वरण इन मुद्दों को उनकी प्राथमिकता सूची में लाने में सफल रही है I
चैंपियन परियोजना के माध्यम से महिलाओं में नेतृत्व करने व बदलाव लाने का विश्वास भरा जा रहा है जिससे वे उन सामजिक एवं सांस्कृतिक सन्दर्भों में बदलाव ला रही हैं जो महिलाओं के अवसरों में बाधा बनते थे I चैंपियन परियोजना ने महिला जन प्रतिनिधियों को घर की चाहरदीवारी से बाहर निकाल कर उनके पद की मर्यादा एवं उनकी जिम्मेदारियों को सफलतापूर्वक एहसास दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है I जन प्रतिनिधिगन अब अपने क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले आंगनवाडी केंद्र, स्कूल, स्वास्थ्य केंद्र की निगरानी रखने लगी हैं एवं महिलाओं एवं बच्चों को नियमानुसार सुबिधाओं को दिलाने में अपनी भूमिका निभाने लगी हैं I
बैठक में शेखपुरा जिला के 4 प्रखंडों से आयी हुई कुछ चुनिन्दा महिला जन प्रतिनिधियों ने भी मातृत्व एवं शिशु स्वास्थ्य एवं पोषण की बेहतरी के लिए किये जा रहे अपने प्रयासों को साझा किया एवं राज्य सरकार एवं नीति निर्माताओं से स्वास्थ्य एवं पोषण सेवाओं की गुणवत्तापूर्ण उप्लाव्धता हेतु अपनी मांग पत्र को सुपुर्द किया I जिला स्तरीय संबाद बैठक के दौरान महिला वार्ड सदस्यों ने अपनी बात माननीय सांसद के समक्ष राखी उनमें प्रमुख रूप से श्रीमती नीलम कुमारी, सरोजनी देवी, रूबी देवी एवं साधना देवी रही I
जिला स्तरीय बैठक का उद्घाटन जमुई लोकसभा क्षेत्र के माननीय सांसद, श्री चिराग पासवान के कर कमलों द्वारा किया गया जिन्होंने अपने संबोधन में कहा कि स्वास्थ्य एवं पोषण के क्षेत्र में काम करने वाली उन सभी जन प्रतिनिधियों को मेरा सहयोग प्राप्त होते रहेगा I
जन प्रतिनिधियों को प्रोत्साहित करते हुए उन्होंने कहा की वे भी एक जन प्रतिनिधि हैं फर्क इतना है की एक वार्ड सदस्य एक वार्ड को जबकि एक सांसद एक या एक से अधिक जिलों को प्रतिनिधित्व करते हैं I उन्होंने यह भी बताया की स्वास्थ्य एवं आई सी डी एस के जिला स्तरीय पदाधिकारियों के साथ मिलकर महिला जन प्रतिनिधियों द्वारा प्रदत मांग पत्र को रखेंगे एवं उसपर समुचित करवाई को सुनिश्चित करेंगे I महिला स्वास्थ्य एवं पोषण की उपेक्षा एवं स्वास्थ्य प्रदाताओं द्वारा किये जा रहे भेदभाव से वो काफी आहत हुए हैं I उन्होंने शेखपुरा जिला में एनीमिया के बढती प्रतिशत पर भी चिंता जाहिर की I उन्होंने कहा की वे बिहार सरकार के स्वास्थ्य एवं समाज कल्याण मंत्री एवं भारत सरकार के परिवार कल्याण मंत्री को भी लिखित रूप से स्वास्थ्य एवं आंगनवाडी केन्द्रों में व्याप्त मुद्दों में सुधार लाने का आग्रह करेंगे एवं व्यक्तिगत रूप से अपने लोक सभा क्षेत्र की स्वास्थ्य एवं पोषण की स्थिति पर पैनी नजर रखेंगे एवं बिभिन्न राजनैतिक, गैर राजनैतिक मंचों पर प्रमुखता से उठाएंगे I
कार्यक्रम के अंत में महिला जन प्रतिनिधियों के एक समूह ने श्री मृगेन्द्र प्रसाद सिंह, सिविल सर्जन एवं श्री प्रमोद राम, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, ICDS को भी जाकर कार्यक्रम के बारे में संछिप्त रूप से बताया एवं स्वास्थ्य एवं पोषण से जुड़े हुए मुद्दों पर तैयार किया गए मांग पत्र को भी सुपुर्द किया I सिविल सर्जन, शेखपुरा ने सरकार के द्वारा गुणवत्तापूर्ण सेवाओं को प्रदान करने की अपनी प्रतिवधता दोहराई एवं किसी भी अनियमितता पर सकारात्मक करवाई का भरोसा भी जन प्रतिनिधियों को दिया I
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, ICDS शेखपुरा ने आंगनवाडी केन्द्रों से सम्बंधित मांगों के ऊपर अपनी बातों को रखा एवं भरोसा दिलाया की वे इन बिन्दुओं की निश्चित रूप से जांच कर कारवाई करेंगे I
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