9 अगस्त को क्रांति दिवस पर कार्पोरेट्स भगाओ किसानी बचाओ के 9 मांगों का माँग-पत्र प्रधानमंत्री को भेजा
शेखपुरा
अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के आह्वाहन पर आज 9 अगस्त को क्रांति दिवस के अवसर पर 250 किसान संगठनों द्वारा पूरे देश में किसान मुक्ति दिवस मनाए जाने के अवसर पर शेखपुरा में अखिल भारतीय किसान महासभा के नेताओं ने अपने -अपने घरों व कार्यालयों पर धरना दिया।
इस अवसर पर किसान महासभा के राज्य पार्षद कमलेश कुमार मानव ने बताया कि किसान व मज़दूरों से सम्बंधित आज 9 अगस्त को 9 माँगों की माँग-पत्र प्रधानमंत्री को प्रेषित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब देश अंग्रेजों से त्रस्त था तब उस समय अंग्रेजों को देश छोड़ने का नारा दिया गया था,आज कार्पोरेट्स के द्वारा देश तबाह है। साथ ही देश के किसान भी बेहाल हो रहे हैं तो आज पूरे देश में किसानों द्वारा कार्पोरेट्स किसानी छोड़ो का नारा देकर किसान अपनी मुक्ति चाह रहे हैं।
उपज के लागत मूल्य का डेढ़ गुना लाभ नहीं
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार निजीकरण का राह अपनाकर देश को पूंजीपतियों के हवाले कर देना चाहती है। सरकार बनाने के पहले नरेंद्र मोदी ने देश के विकास के लिए और किसानों के साथ जो वादा किया था उसमें एक भी वादा बीते 6 बर्षो में पूरा नही हो सका। उन्होंने कहा कि उपज के लागत मूल्य का डेढ़ गुना लाभ देने की घोषणा भी मोदीजी का जुमला साबित हुआ। बटाईदार सहित छोटे और मंझोले किसान लगातार बढ़ रही महँगाई के कारण कृषि-कर्ज़ के बोझ से दबे जा रहे हैं । इस बोझ को कम करने के लिए देश के किसान लगातार बढ़ रहे डीजल की कीमतों को कम करने और कृषि कार्य हेतु मुफ्त बिजली का प्रबंध करने की माँग कर रहे हैं।
मंदिर मस्जिद के नाम पर देश में घृणा
सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर अनाज खरीदने के लिए सभी पंचायतों में क्रय केंद्र खोलकर किसानों को अनाज खरीदने की गारंटी करने की माँग भी किया गया। इस अवसर पर भाकपा माले के जिला सचिव विजय कुमार विजय ने कहा कि मोदी सरकार covid 19 से देश की तबाही को कम करने के वजाए मंदिर मस्जिद के नाम पर देश में घृणा और नफरत फैलाकर आम अवाम को भयभीत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था बिलकुल चरमराई हुई है जिसमे कोरोना पोसिटिव लोगो को घर में ही क्वारंटाइन होना पड़ रहा है । युवा नेता कमलेश प्रसाद ने कहा कि प्रवासी मज़दूरों के साथ भी सरकार धोखा कर रही है। प्रवासी मज़दूर जब ज्यादा संख्या में घर वापसी होने लगे तो सरकार के निर्देश पर ही उनलोगों को उनके गाँव के स्कूलों में ठहराने की व्यवस्था की गई । अब जब उन प्रवासी मजदूरों को कुछ मुआवज़ा सरकार द्वारा दी जाती है तो गाँव के स्कूलों में ठहरने वाले उन प्रवासियों को उस मुआवज़े से वंचित कर दिया जा रहा है। उन्होंने यह माँग किया कि उन सभी वंचित प्रवासी मज़दूरों को सूचीबद्ध कर तत्काल मुआवज़ा दिया जाए।
कार्पोरेट्स भगाओ किसानी बचाओ
कार्पोरेट्स भगाओ किसानी बचाओ के इस कार्यक्रम में कमलेश कुमार मानव, विजय कुमार विजय, कमलेश प्रसाद ,रामकृपाल सिंह,राजेश कुमार राय, विश्वनाथ प्रसाद, शिवनंदन यादव,नरेश रविदास,कृष्णनंदन चौहान,राजेन्द्र पासवान,गरीबन माँझी, गरीब प्रसाद,अनीता देवी,तेतरी देवी आदि नेताओं के नेतृत्व में अपने अपने गाँव में समर्थकों किसानों के लॉकडाउन के निर्देशों का पालन करते हुए धरणा दिया गया।
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