चेन्नई के होटल के मुक्त कराये गए बच्चे कैसे पहुंचे अपने घर, जानिए…
शेखपुरा
बाल संरक्षण इकाई ने अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए चेन्नई के अयनबरम से चार बाल मजदूरों को बिमुक्त कराया है।चारो बच्चे शेखपुरा जिले के जयरामपुर थाना के जगदीशपुर गावँ का रहने बाला है।
चारो बच्चे के सामाजिक अन्वेषण रिपोर्ट में बात सामने आई है कि सभी बच्चों को जयरामपुर के सतीश सिंह उर्फ सतीश कहार नाम का व्यक्ति चेन्नई होटल में 4000 रुपया मासिक बेतन पर पानी पूरी होटल में काम कराने ले गया था।होटल में काम करते हुए चारो बच्चों को चेन्नई का लेबर डिपार्टमेंट बाल श्रम से बिमुक्त कराया।चूंकि सभी बच्चे शेखपुरा जिले के थे इसलिए जे जे एक्ट के तहत चेन्नई बाल कल्याण समिति ने शेखपुरा बाल कल्याण समिति को केस ट्रांसफर करते हुए चारों बच्चों को पटना भेज दिया।
आज शेखपुरा जिला बाल संरक्षण इकाई के द्वारा चारों बच्चों को शेखपुरा बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया जिसे जांचोपरांत परामर्श एबम सख्त निर्देश देकर बच्चों के माता -पिता को सुपुर्द कर दिया गया। इस संबंध में सहायक निदेशक प्रमोद कुमार ने बताया कि बिमुक्त कराए गए बच्चों के खाते में तत्काल 3000 रुपया सहायता राशि दी जायेगी ।
बाद में बच्चो को 25 हजार का फिक्स डिपॉजिट किया जायेगा जोबच्चे कि उम्र 18 वर्ष पूरा होने पर भुगतान होगा। इस अवसर पर सहायक निदेशक बाल संरक्षण प्रमोद कुमार, सी डब्लू सी अध्यक्ष उषा कुमारी ,सी पी ओ संदीप कुमार,सच्चिदानंद कुमार, सामाजिक कार्यकर्ता श्रीनिवास,कविता कुमारी, श्रम अधिकारी अशोक कुमार,परामर्श रीता कुमारी।आउटरीच वर्कर विजय पासवान, मौजूद थे।
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