जनसरोकार: खेतों में बिछी है चायनीज मौत की तार, सावधान होकर चलिए
शेखपुरा
बिहार प्रदेश सहित जिले में भी खेतों में किसानों की मौत होने की घटनाएं आम हो रही है। मौत की एक ही वजह होती है। चाइनीज तार । बिजली से खेतों की सिंचाई की व्यवस्था जैसे ही से बढ़ी है वैसे-वैसे खेतों में मौत की तार बिछा दी गई है। मौत की तार का यह जाल हर एक गांव के खेतों में बिछा हुआ है और यह जाल चाइनीज तार की वजह से मौत का जाल बन जाता है।
क्या है चाइनीज तार
खेतों में बिछाने के लिए चाइनीज तार का उपयोग किसान सर्वाधिक कर रहे हैं । इस की एकमात्र वजह चाइनीज तार का सस्ता होना है। दरअसल ₹200 प्रति किलो के हिसाब से चाइनीज तार बिक रहा है। बाजार में ऐसी तार का उपयोग किसान खेत में पटवन के लिए बिजली ले जाने के लिए करते हैं । एलमुनियम के तौर पर साधारण प्लास्टिक का कवर लगा दिया जाता है। जो कुछ ही दिनों में धूप पड़ते ही कवर के खत्म हो जाने से मौत की तार में बदल जाती है।
कैसे हो रही है, मौत क्या है मामला
इस संबंध में बिजली विभाग से मिले आंकड़े में जिले में कई लोगों की मौत करंट लगने से हो रही गई है। सभी लोगों की मौत खेत में काम करने के लिए जाने के दौरान करंट लगने से हुई है । लगातार इस तरह की सूचना आती रहती हैं। दरअसल चायनीज तार का प्लास्टिक कवर खत्म हो जाता है और वह मौत के तार में बदल जाता है। इस पर जब किसान खेत की तरफ जाते हैं तो उन्हें ध्यान नहीं रहता और उसके संपर्क में आने से उनकी जान चली जाती है।
चाइनीज तार पर प्रतिबंध की उठने लगी मांग
चाइनीज तार पर प्रतिबंध लगाने की मांग जबरदस्त ढंग से उठने लगी है। विद्युत विभाग के स्थानीय सहायक अभियंता अभिषेक राज ने बताया कि चाइनीज तार खतरनाक होता है। जिसमें करंट लगने की संभावना बढ़ जाती है । परंतु सस्ते कीमत की वजह से किसान इसका उपयोग करते हैं। परंतु इस पर सरकार को रोक लगानी चाहिए।
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