कारगिल के वीर जवान की गांव में हो गई थी हत्या
चेवाड़ा
शेखपुरा जिले के चेवाड़ा प्रखंड के केमरा गांव में शंकर सिंह की प्रतिमा आज भी लगी हुई है । विजय दिवस के अवसर पर गांव के लोगों ने उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया। 1999 में उनके द्वारा कारगिल युद्ध में अपनी भागीदारी दी गई और दुश्मनों के दांत खट्टे किए गए। हालांकि बाद में गांव में ही उनकी हत्या कर दी गई।
पिता अर्जुन सिंह कम्युनिस्ट पार्टी के नेता थे और माता चिंता देवी गृहिणी थी। पुत्र शंकर सिंह ने कारगिल युद्ध में अपनी भागीदारी दी थी और दुश्मनों से लोहा लिया था। हालांकि 4 नवंबर 2002 को गांव में ही हुए विवाद के दौरान उनकी हत्या कर दी गई थी।
कारगिल विजय दिवस के अवसर पर उनके परिवार और गांव के लोगों ने गांव में उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनको नमन किया और कारगिल युद्ध विजय होने पर उन्हें सलामी भी दी।
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