बिहार केसरी ने खुदवाई थी नहर, आज एक बूंद पानी को मोहताज
बरबीघा
बरबीघा बिहार केसरी डॉ श्री कृष्ण सिंह की जन्मभूमि रही है और इस क्षेत्र को धान का कटोरा कहा जाता है परंतु यहां के किसानों को अब धान उपजना सपने जैसा हो गया हौ। बूंद-बूंद पानी को किसान तरस रहे। एक तरफ सुखाड़ की मार है तो दूसरी तरफ सकरी नहर में पानी नहीं।
यह नहर यहां के किसानों की जीवन रेखा है। आज इसमें एक बूंद भी पानी नहीं है। बताया जाता है कि सकरी नहर में पानी लाने की व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई। इस व्यवस्था के तहत नवादा जिले के पौरा से यहां पानी छोड़ा जाता है परंतु वहां बनाए गए पानी छोड़ने की व्यवस्था ध्वस्त हो गई । वहां कर्मचारियों की तैनाती भी नहीं है।
इसलिए नहर में पानी आने पर दूसरी दिशा में चला जाता है । नहर की खुदाई कुछ साल पहले करवाई गई थी परंतु उसमें औपचारिकता की जाने से उचित खुदाई नहीं हो सकी जिससे भी पानी आने में परेशानी है। नहर में कई गांव में बांध बना दिया गया है। बीच नहर में बांध बनाए जाने से बरबीघा तक पानी नहीं पहुंच पाता।
इस खबर को अपनों के बीच यहां से शेयर करें
Comment / Reply From
You May Also Like
Popular Posts
Newsletter
Subscribe to our mailing list to get the new updates!