महिला मुखिया की पंचायत सचिव पर SC ST Act में कराई प्राथमिकी, शेखपुरा में अधिकारियों में तनातनी
महिला मुखिया की पंचायत सचिव पर SC ST Act में कराई प्राथमिकी, शेखपुरा जिला में अधिकारी की मनमानी
शेखपुरा
शेखपुरा जिले के बरबीघा प्रखंड के सामस बुजुर्ग की महिला मुखिया के द्वारा sc st थाना में एक प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। प्राथमिकी पंचायत सचिव ब्रजेश कुमार पर दर्ज कराई गई है। जिसमें एससी एसटी एक्ट भी लगाया गया है। इस मामले में पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है।
4 जून को राजेंद्र कुमार की पत्नी मुखिया बेवी देवी के द्वारा दर्ज कराई गई प्राथमिकी में कहा गया कि 2 जून को पंचायत सेवक ब्रजेश कुमार उनके घर पर दोपहर 1:00 बजे आए और मास्टर रोल पर जबरदस्ती हस्ताक्षर करने का दबाव बनाने लगे। जब मास्टर रोल पर उनके द्वारा हस्ताक्षर नहीं किया गया तो जाति सूचक शब्द का प्रयोग करते हुए गाली गलौज किया गया ।
प्राथमिकी में दिए गए आवेदन में कहा गया है कि गाली गलौज करने के बाद पंचायत सेवक के द्वारा यह भी कहा गया कि लंका में रावण और बरबीघा में .... (जाति सूचक) का राज है ।
तुम मेरा कुछ भी नहीं बिगाड़ सकते हो। तुम्हारे परिवार के लोगों को बरबीघा शेखपुरा चढ़ने नहीं देंगे। मेरा घर हथियामा है । प्राथमिकी में यह भी कहा गया है कि पंचायत सचिव दबंग प्रवृत्ति के हैं।
पंचायत सचिव बोले आरोप झूठा
उधर, पंचायत सचिव के द्वारा प्राथमिकी को झूठे आरोप के तहत दर्ज कराने की बात कही गई और कहा गया कि जानबूझकर उन को प्रताड़ित करने के लिए इस तरह का आरोप लगाया गया है।
मुखिया के देवर ने सरकारी ईंट कब्जा किया
पंचायत सचिव ने बताया कि विकास के लिए पंचायत में ईंट भेजा गया तो मुखिया के देवर के द्वारा अपने बोरिंग पर गिरा लिया गया। लोहिया स्वच्छता अभियान में कुछ काम नहीं हो रहा है । स्वच्छता कर्मी और चालक की बहाली में लेनदेन करके बहाली करने का दबाव बनाया जा रहा था । जिससे इंकार करने पर इस तरह से प्राथमिकी कराई गई। डस्टबिन इत्यादि का भी वितरण पंचायत में नहीं कराया गया है मुखिया मनमानी कर रहे हैं।
बताना जरूरी है कि पिछले सप्ताह ही पंचायत सचिव ब्रजेश कुमार के नेतृत्व में जिले के पंचायत सचिवों ने जिला पंचायती राज पदाधिकारी के विरुद्ध मोर्चा खोला था। धर्मेश कुमार के विरुद्ध बैठक करके कई आरोप लगाए थे। हालांकि उन आरोपों का जिला पंचायती राज पदाधिकारी ने खंडन भी किया था। उधर, इस मामले में आंदोलन की चेतावनी दी गई थी। आंदोलन की चेतावनी के बाद पंचायत सचिव पर प्राथमिकी दर्ज होने का मामला सामने आया है। इस पूरे मामले को आंदोलन से जोड़कर भी देखा जा रहा है।
बताना जरूरी है कि जिले के दो वरीय पदाधिकारियों के बीच आपसी तनातनी और मनमुटाव का मामला इन दिनों जिला में चर्चित बना हुआ है। इसको लेकर कई जगह पत्राचार ही हुए हैं और मीडिया में सुर्खियां भी बटोरी गई है ।
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