अमावां महल को राष्ट्रीय धरोहर बनाने की नरेंद्र मोदी से मांग
बरबीघा
बरबीघा से सटे नालंदा जिले के बिंद प्रखंड अंतर्गत अमावां में बने राजा हरिहर प्रसाद के अमावां महल को नरेंद्र मोदी सरकार से राष्ट्रीय धरोहर के रूप में शामिल करने की मांग की गई है। यह मांग नालंदा जिले के चंडी प्रखंड के दस्तुपर निवासी आरटीआई एक्टिविस्ट उपेंद्र प्रसाद ने की है ।
5 जनवरी को इस आशय को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यालय में उन्होंने पत्र भेजा है जिसमें अमावां राजमहल को राष्ट्रीय धरोहर में शामिल करने की मांग की गई है ।
उन्होंने बताया कि अमावां राज का महल अपने आप में ऐतिहासिक और पुरातात्विक महत्व का महल है और इसको लेकर सरकार को सजग होना चाहिए। साथ ही साथ राजा के द्वारा संचालित व्यवस्था भी अपने आप में अनुकरणीय है। उस जमाने में वहां ₹35 लाख का राजस्व आता था।
साथ ही साथ कोलकाता के बाद दूसरा देश का ऐसा जगह था जहां बिजली के लिए पावर हाउस की व्यवस्था की गई थी और महल रोशनी से जगमग रहता था। बता दें कि अमावां राज का महत्व बरबीघा से ही काफी रहा है और वह बरबीघा के शेरपर गांव के मूल निवासी थे। बरबीघा बाजार में आज भी उनकी कचहरी का पुराना भवन बना हुआ है। साथ ही बाजार में भी कई जमीन और भवन है।
इस खबर को अपनों के बीच यहां से शेयर करें
Comment / Reply From
You May Also Like
Popular Posts
Newsletter
Subscribe to our mailing list to get the new updates!