बिहार सरकार की विफलता पे महागठबंधन का आक्रोश मार्च
शेखपुरा
केंद्र एवं राज्य सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ आज दिनांक 13 नवंबर 2019 को दल्लू चौक से जिला मुख्यालय तक आक्रोश मार्च का आयोजन किया गया
जनविरोधी नीतियों में प्रमुख रूप से बिहार में व्याप्त भ्रष्टाचार, रेलवे का निजीकरण , देश की अर्थव्यवस्था की बदतर स्थिति, हत्या ,बलात्कार कि लगातार बढ़ रहे घटना के विरोध में आक्रोश मार्च निकाला गया ।
रालोसपा के प्रदेश महासचिव विपिन चौरसिया ने बताया कि नीतीश कुमार जी सत्ता में आने से पहले बिहार के लोगों से वादा किए थे की पेट की खातिर किसी भी बिहारी को दूसरे प्रदेश जाना नहीं पड़ेगा लेकिन आज भी अपने पेट के खातिर नीतीश कुमार के 15 साल के शासन के बावजूद बिहार के नौजवान दूसरे प्रदेश में दर-दर भटक रहे हैं। किसानों के खेत में पानी की समुचित व्यवस्था का वादा हुआ था लेकिन आज तक यह वादा पूरा नहीं किया गया। बिहार के नौजवान की बेरोजगारी दर लगातार बढ़ रही है ।
15 साल का शासन काल किसी भी मुख्यमंत्री के लिए बहुत बड़ा समय होता है अब समय आ गया बिहार की इस निकम्मी सरकार को उखाड़ फेंकने का।
इस आक्रोश मार्च में रालोसपा जिला अध्यक्ष महेंद्र कुशवाहा, बीआईपी के जिला अध्यक्ष पप्पू चौहान, सीपीआई के जिला सचिव प्रभात पांडे, हम पार्टी के जिला अध्यक्ष मोफिज इमाम ,रालोसपा प्रदेश महासचिव बिपिन चौरसिया, रालोसपा छात्र जिला अध्यक्ष प्रेम कुमार गुप्ता, राज परिषद सदस्य पप्पू राज, सुनील रजक, अमीर कुमार, सुभाष सिंह, सतनारायण चौहान, सुरेश महतो, सुरेंद्र दास, रामजन्म पासवान, सरयुग महतो, राजेश्वर महतो, महेंद्र राम, सहदेव चौरसिया, राकेश कुमार, राजकुमार महतो ,बालेश्वर यादव , एवं सैकड़ो महागठबंधन के साथ वाम दल के नेता एवं कार्यकर्ता मौजूद थे।
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