CPI स्थापना के 97वां साल, जानिए कैसे जुल्म सहकर खड़ी हुई पार्टी
CPI की स्थापना के 97वां साल, जानिए कैसे जुल्म सहकर खड़ी हुई पार्टी
शेखपुरा
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी शेखपुरा जिला परिषद ने स्थापना दिवस समारोह पार्टी जिला सचिव प्रभात कुमार पांडेय के द्वारा पार्टी के झंडातोलन कर शेखपुरा सीपीआई कार्यालय कार्यानंद शर्मा भवन लोकनाथ आजाद पथ, स्टेशन रोड मे किया शुरु किया गया। समारोह को संबोधित करते हुए नेताओं ने कहा कि 26 दिसंबर 1925 को कानपुर में मौलाना हसरत मोहानी की अध्यक्षता में पार्टी की स्थापना हुई थी।
उस वक्त अन्याय, अत्याचार, शोषण, जमींदारी प्रथा आदि के खिलाफ आजादी समानता और वैज्ञानिक समाजवाद रखा गया लेकिन पार्टी के स्थापना के साथ साथ ही पार्टी पर प्रतिबंध लगा दिया गया।
उस वक्त कम्युनिस्ट पार्टी होना ही जेल जाना काफी था। कम्युनिस्टों को जेल देने के लिए कई प्रकार के षडयंत्र, केश, जैसे लाहौर, मेरठ, कानपुर षडयंत्र केश चला और लगभग सभी नेताओं को जेल में डाल दिया गया।
उस दौर के महत्वपूर्ण नेताओं में मौलाना हसरत मोहनी, सिंगार वेलू ,एस बी घाटे, श्रीपाद अमृत डांगे आदि महत्वपूर्ण नेता थे। वैसे ही वक्त में पी सी जोशी काफी कम उम्र में ही भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी का महासचिव बनाए गए। पूरे देश के अंदर मजदूर किसान के हित में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने कई आंदोलन और संघर्ष करते हुए कानून बनवाई। देश के अंदर जो निजी क्षेत्र में था जैसे कोयला खदान, बैंक आदि उसे भी सीपीआई ने अपने संघर्ष के बल पर सरकारी करण करवाई । जिसके वजह से प्रतिदिन मजदूरी करने वाले मजदूर जो भी थे उन्हें सरकारी नौकरी मिला और वह वेतन भोगी कहलाने लगे। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी जनहित में संघर्ष लगातार 96 वर्ष पूरा कर ली है और हम लोग 97 बे स्थापना दिवस समारोह मना रहे हैं।
11 जनवरी को आंदोलन की तैयारी
हम स्थापना दिवस के साथ-साथ संकल्प दिवस भी आज मनाते हुए देश के सरकारी संपत्ति निजीकरण करने की जो साजिश रची जा रही है। देश की संपदा को बेचा जा रहा है । उसे हम बेचने से रोकने का संकल्प लेते हुए अपने संघर्ष और आंदोलन को तेज करने का फैसला भी हमें आज लेना है।
समारोह में सर्वसम्मति से शेखपुरा जिले के अंदर खाद और बीज की कालाबाजारी, किसानों की फसल क्षति और धान की खरीद में तेजी और किसानों को भुगतान जल्द करने की मांग, बिना वैकल्पिक व्यवस्था के गरीबों का घर नहीं तोड़ने, बढ़ते भ्रष्टाचार और अपराध के खिलाफ आदि मांगों को लेकर 11 जनवरी को समाहरणालय पर विशाल धरना देने का फैसला भी लिया गया है।
समारोह की अध्यक्षता शेखपुरा अंचल सचिव चंद्र भूषण प्रसाद ने किया। समारोह में वक्ता शिवालिक सिंह, रामाशंकर सिंह ,अधिवक्ता केदार राम, गुलेश्वर यादव, नीतीश कुमार गोलू, ललित शर्मा, जीशान्त रिजवी ,श्यामसुंदर चौहान ,ललित शर्मा समेत कई बक्ताओ ने सम्बन्धित किया। समारोह में बड़ी संख्या में नेता कार्यकर्ता और किसान मजदूर मात्र नौजवान महिलाएं शामिल हुए।
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