Exclusive!! पीएमसीएच ने जिंदा को मुर्दा कहके लौटाया..दलित महिला की दूसरे दिन हो गयी मौत.. घोर लापरवाही

बरबीघा।
डॉक्टरों और पीएमसीएच कर्मियों की अमानवीय लापरवाही खुलकर सामने तब आ गई जब जिंदा महिला को मुर्दा कह कर घर भेज दिया। घर पहुंचने पर गांव के लोगों ने शवदाह की तैयारी शुरू की तो महिला को जिंदा पाया।
आनन फानन महिला को बरबिघा रेफरल अस्पताल लाया जहां जिंदा पाए जाने पर चिकित्सक डॉ राजेन्द्र प्रसाद ने महिला को अस्पताल में भर्ती किया और इलाज करने के बाद गंभीर अवस्था देखते हुए उसे पटना रेफर कर दिया। इसी क्रम में महिला की रास्ते में मौत हो गई। मृतक महिला से सकुंती देवी बरबीघा के कोइरीबीघा-नारायणपुर मोहल्ले की निवासी है।

लापरवाही की सुनिए पूरी कहानी
उपरोक्त आशय की जानकारी देते हुए मृतक महिला के पुत्र रंजीत चौधरी ने बताया कि गुरुवार की शाम में हटिया मोड़ साकेत के पास उनकी मां का एक्सीडेंट हो गया। ट्रैक्टर से एक्सीडेंट में उनकी मां और वह स्वयं घायल हो गया। जहां निजी क्लीनिक में इलाज कराने के बाद मरीज को पटना रेफर कर दिया गया।
गुरुवार को 11 बजे रात में पहुंचे पीएमसीएच
गुरुवार की रात 11:00 बजे पटना पीएमसीएच में पहुंचे तो वहां मरीज को मुर्दा बता दिया गया और कहा कि घर ले जाइए। ये लोग भर्ती करने की जिद्द करने लगे तो रेफर का सरकारी पुर्जा मंगा, नहीं रहने पे लौटा दिया गया।
जिंदा हो गयी महिला
परिजन मरीज को घर लेकर आ गए जहां सुबह में दाह संस्कार की तैयारी हो रही थी तब गांव के लोग आए और उन्होंने पाया कि महिला जिंदा है। आनन फानन में वे लोग फिर से मरीज को बरबीघा अस्पताल ले कर आए जहां भर्ती किया गया और सलाइन करने के बाद पटना रेफर कर दिया गया और रास्ते में ही उनकी मां का मौत हो गयी। बरबीघा लौटकर आए जहां शेखपुरा सदर अस्पताल के पोस्टमार्टम हाउस में पोस्टमार्टम कराया गया।
इस संबंध में अस्पताल प्रभारी डॉक्टर आत्मानंद से बताया कि शुक्रवार को महिला को गंभीर अवस्था में देखने के बाद प्राथमिक उपचार कर पटना रेफर कर दिया गया।