सांप काटने से मृत बच्ची को जिंदा करने के लिए घंटों होता रहा अंधविश्वास का खेल
धर्मेन्द्र: – घाटकुसुंभा
घाटकुसुंभा गांव में बुधवार को सांप काटने से डॉक्टर के द्वारा मृत घोषित कर दिए गए बच्ची को जिंदा करने के लिए तांत्रिकों के द्वारा घंटों झाड़-फूंक का अंधविश्वास खेल होता रहा। इसमें गांव के सैकड़ों लोग तमाशबीन बने रहे। यह मामला दोपहर तक खूब चलता रहा। बाद में मृत बच्ची के जीवित नहीं होने पर बहाना बनाकर तांत्रिक वहां से खिसक गया।
बताया जाता है कि गांव के चंद्रिका महतो मानसिक रूप से विकलांग और उनकी पत्नी दोनों आंख से अंधी हैं। उनका एकमात्र सहारा 14 वर्ष की पुत्री सरिता कुमारी थी। जिसकी मौत बुधवार को सुबह सांप काटने से हो गई। सरिता को सोई अवस्था में सांप ने डंस लिया था। सदर अस्पताल लाने में मृतकों ने डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बाद में उसे जिंदा करने के लिए तांत्रिक को बुलाया गया। तांत्रिक ने तंत्र विद्या से उसे जिंदा करने का भरोसा भी दिया। परंतु घंटे चले इस खेल में मृत बच्ची को जिंदा नहीं किया जा सका और तांत्रिक वहां से बहाना बना कर फरार हो गया।
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